
दुर्ग पुलिस की 30 घंटों के निरंतर कड़ी मेहनत रंग लाया
घटना के बाद 02 आरोपी फरार हो गये थे उड़ीसा, अवैध संबंध और भाई के साथ पैसे के लेन देन का घटना की वजह बना विवाद
घटना स्थल से आरोपियों के खून से सने कपड़े व लूटी गई सोने-चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम 7,92,400 रूपए बरामद
थाना कुम्हारी क्षेत्र में घटित सनसनीखेज सामूहिक हत्याकांड के मामले का 30 घंटे में पर्दाफाश किया गया है. थाना कुम्हारी क्षेत्र में घटित सनसनीखेज सामूहिक हत्याकांड के बाद 02 आरोपी उड़ीसा फरार हुए थे. अवैध संबंध से उपजा आपसी वैमनस्यता तथा भाई के साथ पैसे के लेन-देन का के विवाद के बाद घटना को अंजाम दिया था. घटना में संलिप्त 03 आरोपी गिरफ्तार. घटना में प्रयुक्त आरोपियों के कपड़े व लूटी गई सोने चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम 7 लाख 92 हजार 400 सौ रुपए बरामद किए गए. दुर्ग पुलिस की 30 घण्टों की निरंतर कड़ी मेहनत से 03 आरोपियों को गिरफ्तार करने में मिली सफलता.
पुलिस नियंत्रण कक्ष में आज पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव के द्वारा प्रेस वार्ता में बताया कि 29 सितंबर को प्रातः 07:00 बजे कुम्हारी थाना प्रभारी सुधांशु बघेल को मोबाईल सूचना प्राप्त हुई कि टंडन बाड़ी कपसदा मुख्य द्वार के पास एक व्यक्ति चित हालत में पड़ा हुआ है. वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा एफएसएल, फिंगर प्रिंट विशेषण, डॉग स्क्वाड, फोटो-वीडियो एवं तकनीकी शाखाओं को तत्काल अवगत करा कर तलब किया गया. घटनास्थल में उपस्थित ग्रामीणों से मौका परिस्थिति संदेही के संबंध में पूछताछ की गयी, जो ग्राम वासियों द्वारा उनके नाम का खुलासा न किये जाने की शर्त में घटना रात्रि को 2 व्यक्ति आकाश मांझी, टीकम दास धृतलहरे का नदारद होना बताया गया, जिस पर संदेहियान का ग्राम वासियों से मोबाईल नंबर प्राप्त कर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर सायबर सेल के माध्यम से एसोसीयु (क्राईम) को पता तलाश हेतु मोबाईल नंबर भेजा गया. मौके पर परिवार का मुखिया भोलानाथ यादव का शव मुख्य द्वार से कुछ कदम दूरी पर पाया गया तथा 55 से 60 दूरी पर निवास स्थल गृह के प्रवेश द्वार पर मृतिका नेता यादव का शव तथा रसोई घर के भीतर में मृतक एवं मृतिका के बालक व बालिका उम्र 12 तथा 07 वर्ष के बच्चों का शव पाया गया, अपराध धारा 302 भादवि मौके पर पंजीबद्ध दर्ज किया गया.
आरोपी पता तलाश हेतु थाना प्रभारी कुम्हारी सुधांशु बघेल, निरीक्षक मनीष शर्मा थाना प्रभारी भिलाई- 3, निरीक्षक वीरेन्द्र श्रीवास्तव निरीक्षक याकूब मेमन एवं एण्टी फाइन एण्ड सायबर यूनिट के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपी पता तलाश एवं विवेचना कार्यवाही प्रारंभ की गयी, दिनांक 29.09.2022 को ही सायबर सेल की मदद से घटना ग्राम से फरार संदेहियान आकाश मांझी एवं टीकम धृतलहरे का उसमें होना सीडीआर एवं लोकेशन से जानकारी प्राप्त हुई. 30 सितंबर को थाना प्रभारी कुम्हारी बल के नेतृत्व में टीम मृतक के माता-पिता एवं भाई किस्मत मौके पर मायके रवाना की गयी. निवास स्थल पर दरवाजे की चौखट पर खून के निशान तथा मस्तिष्क के हिस्से का टुकड़ा पाया गया जिस पर तत्काल जांच अधिकारी द्वारा मृतक के परिजनों के मूल स्थल पर निरीक्षण किया गया. मृतक के माता पिता एवं छोटे भाई किस्मत से पूछताछ की गयी.
घटना का मूल कारण
मृतक के भाई किस्मत यादव से पूछताछ करने पर किस्मत यादव द्वारा अपने माता पिता एवं मृतक बड़े भाई भोलानाथ यादव की दो पुत्रियों का भरण-पोषण, पढ़ाई-लिखाई का खर्च अधिक होने एवं भाई मृतक भोला नाथ यादव का रोजाना अपने मित्रों के साथ मौज मस्ती करना, चार वर्ष पूर्व ट्रैक्टर खरीदना, कुछ समय पूर्व साढ़े 3-4 डिसमिल भाठागांव कपसा में जमीन खरीदना व घर परिवार का ध्यान न रखना एवं पूर्व के मित्र आकाश मांझी के साथ शराब पीना व आकाश के माध्यम से उड़ीसा से मोहनी दवाई औरतो को खिलाकर आकाश के साथ मौज मस्ती करना. 4माह पूर्व मृतक भोलानाथ यादव एवं उसके मित्र आकाश मांझी के द्वारा मोहनी दवाई का उपयोग कर एक ही स्त्री से संबंध स्थापित करने को लेकर लड़ाई विवाद होने से बातचीत बंद होना पाया गया. मृतक भोलानाथ यादव से दूर होने पर छोटे भाई किस्मत यादव के साथ दोस्ताना निकटवर्ती संबंध स्थापित होने से खाना पीना शराब सेवन आदि एक साथ करना शुरू किया गया. दोनों के ही द्वारा मृतक भोलानाथ यादव से कटुता व वैमनस्यता तथा लड़ाई झगड़े से एक होकर मृतक से बदला लेने का प्रारंभ की गयी, उसी सिलसिले में किस्मत यादव द्वारा योजना तरीके से आकाश व टीकम के साथ खाना पीना लगातार स्थापित कर अपने बड़े भाई बदले की भावना प्रकट होती गयी.
आकाश मांझी द्वारा पीने खाने की अवस्था में किस्मत एवं टीकम की मोहनी दवाई तथा उसका उपयोग कर मृतक भोलानाथ यादव के साथ घटना के संबंध में सब कुछ बताया गया किस्मत द्वारा उक्त दवा उपयोग करने की लालसा प्रगट की गयी. जिस पर 3 आरोपियों द्वारा पैसा मिलाकर 15 हजार रुपये में उड़ीसा ग्राम घुरकोटी के बाबा से मोहनी दवाई अकाश तथा मृतक भोलानाथ से पूर्व से परिचित महिला से संपर्क स्थापित किया गया. इसी घटना में दिनांक 29.09.2022 को दोपहर से ही आरोपी किस्मत यादव, आकाश मांझी तथा टीकम दास पृतलहरे द्वारा पैसे मिलाकर शराब सेवन किया गया देर शाम शराब सेवन के दौरान आरोपीगण द्वारा मृतक भोलानाथ से पूर्व के वैमनस्य, रंजिश तथा बिना घर परिवार की जिम्मेदारी लिये मृतक का प्रतिदिन शराब सेवन व ट्रैक्टर जमीन जायदाद तथा पैसे की आवश्यकता की वजह से आरोपीगण द्वारा मोहनी दवा प्राप्त करने हेतु किस्मत यादव द्वारा अपने साथी के साथ पैसे की मांग करने पर, भोलानाथ द्वारा आरोपीगणों की गाली-गलौज कर भगा देने और बदला लेने की योजना तैयार की गयी.
इसी अंजाम में दिनांक 29.09.2022 की रात्रि आरोपीगण मृतक के बाड़ी निवास स्थल पहुंचकर मृतक बड़े भाई भोलानाथ को आवाज देकर तलब किया गया. मृतक मुख्य द्वार के पास आने पर उससे पैसे की मांग की गयी जिस पर भोलानाथ द्वारा आक्रोशित होने तथा अपने छोटे भाई एवं अपने पूर्व के मित्र आकाश मांझी जिससे बातचीत नहीं है. अपशब्द कहे जाने पर आरोपीगण किस्मत मादव, आकाश मांझी एवं टीकम दास धृतलहरे द्वारा भोलानाथ को पकड़कर मारपीट हुई. देख लुंगा अपशब्द कहे जाने पर मृतक के छोटे भाई किस्मत यादव द्वारा खेत के निकट ही पड़े कुल्हाड़ी को उठाकर मृतक भोलानाथ के माथे पर वार किया गया इसी दौरान आकाश मांझी द्वारा खेत में आरोपी टीकम द्वारा फसल काटने के पटटे से मृतक भोलानाथ यादव के सिर पर लगातार वार किया. घटना के दौरान मृतक के दिखने चिल्लाने पर मृतक की पत्नी नेला माय द्वारा गेट के रास्ते पर आने पर आरोपीगण द्वारा मृतक की पत्नी का भी पीछा किया गया. आरोपीगण द्वारा मृतिका को प्रवेश द्वार पर ही हमला कर सिर पर वार किया गया, जिससे मृतक की पत्नी नेला माय घर के प्रवेश द्वार में ही गिरकर मृत्यु हो गई, उसी कमरे में मृतक एवं मृतिका के आये सोने पे सो घटना की आवाज सुनकर तथा देखकर अंतिम कमरे रसोई की ओर भागे, आरोपीगण स्वयं के पहचान के डर से अपने भाई भोलानाथ यादव के बच्चों को सिर में आपात पहुंचाकर निर्मम हत्या कारित किये. आरोपी आकाश मांझी व टीकम दास घटना के चार से उड़ीसा भाग गये थे जिन्हें पुलिस टीम द्वारा भवानीपट्टना उड़िसा में घेराबंदी कर पकड़ा गया. आरोपियों से बार-बार पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा एक साथ मिलकर हत्या की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया. अधिकारियों के निर्देशन एवं सतत् मार्गदर्शन में 30 घंटे के भीतर अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में सफलता प्राप्त हुई.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों मे किस्मत यादव पिता राजमी यादव उम्र 33 वर्ष निवासी ग्राम कपसदा, आकाश पिता जगबंधु माझी उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम कपसदा, टीकम घृतलहरे पिता भूखास राम उम्र 49 वर्ष निवासी ग्राम कपसदा