
दुर्ग : भिलाई स्टील प्लांट के नंदिनी माईन्स क्षेत्र में पूर्व में किये गये वृक्षारोपणों एवं खनन कार्य के फलस्वरूप वहां छोटे वनक्षेत्र एवं तालाब विकसित हो गए हैं. इस क्षेत्र को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा एशिया के सबसे बड़े मानव निर्मित वन के रूप में घोषित की गई है.
दुर्ग वनमण्डल द्वारा नंदिनी माइन्स क्षेत्र को फॉरेस्ट वंडरलैंड के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए 3.83 करोड़ रुपए का प्राक्कलन प्रस्ताव तैयार कर शासन को स्वीकृति के लिए प्रेषित की है. इस एडवेंचर पार्क में पारासेलिंग, क्वाडबाईकिंग, जिपलाईनिंग, हॉट एयर बैलून, बोटिंग, ट्रेकिंग, कैम्पिंग, स्टार गेजिंग, बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार के एडवेंचर एक्टिविटी आदि के साधन उपलब्ध होंगे, जहां लोग आकर इन क्रियाकलापों का आनंद ले सकते है.
नंदिनी क्षेत्र राजनांदगांव से 50 किमी, दुर्ग शहर से 15 किमी, रायपुर से 40 किमी, कवर्धा से 107 किमी तथा बेमेतरा से 72 किमी की दूरी पर स्थित होने से यहां पर पर्यटक आकर विभिन्न प्रकार के एक्टिविटी का आनंद ले सकेंगे. यह स्थल कान्हा-किसली उद्यान जाने वाले रास्ते में स्थित है, इसलिए वहां जाने वाले पर्यटक रास्ते में नंदिनी फॉरेस्ट वंडरलैंड का भी आनंद ले सकते हैं.