कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर मिलने का मांगा समय
रायपुर- कांग्रेस पार्टी के प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे मिलने का समय मांगा है. उन्होंने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि न्याय पत्र को समझाने के लिए उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलकर उन्हें बहुत खुशी होगी ताकि देश के प्रधानमंत्री के रूप में आप कोई भी गलत बयान न दें.
प्रधानमंत्री को संबोधित अपने पत्र में, खरगे लिखा है कि वह आपकी भाषा या आपके भाषणों से न तो हैरान हैं और न ही आश्चर्यचकित हैं. एक्स पर साझा किए गए पत्र में उन्होंने कहा, “उम्मीद थी कि चुनाव के पहले चरण में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन को देखने के बाद आप और आपकी पार्टी के अन्य नेता इस तरह से बोलना शुरू करेंगे.”
कांग्रेस वंचित गरीबों और उनके अधिकारों (न्याय) की बात करती रही है. हम जानते हैं कि आपको और आपकी सरकार को गरीबों और वंचितों की कोई चिंता नहीं है. आपकी “सूट-बूट की सरकार’ उन पूंजीपतियों के लिए काम करती है जिनके टैक्स आपने कम किए हैं, जबकि वेतनभोगी वर्ग अधिक टैक्स का भुगतान करता है. गरीब भोजन और नमक पर भी जीएसटी देता है और अमीर कॉरपोरेट जीएसटी रिफंड का क्लेम करते हैं. यही कारण है कि जब हम अमीर और ग़रीब के बीच असमानता की बात कर रहे हैं तब, आप जानबूझकर इसकी तुलना हिंदू और मुस्लिम से कर रहे हैं. हमारा घोषणापत्र भारत के सभी लोगों के लिए है. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख, जैन या बौद्ध हैं. मुझे लगता है कि आप अभी भी अपने स्वतंत्रता से पहले के सहयोगियों मुस्लिम लीग और औपनिवेशिक मास्टर्स को भूले नहीं हैं.
https://x.com/kharge/status/1783445681354469458
कांग्रेस ने हमेशा से गरीबों को सशक्त बनाने का काम किया है और आप गरीबों की कमाई और संपत्ति छीनने में लगे रहे हैं. वह आपकी ही सरकार थी जिसने गरीबों द्वारा बैंकों में जमा किए गए धन को अमीरों को ऋण के रूप में हस्तांतरित करने के लिए नोटबंदी को “संगठित और वैध लूट” के रूप में इस्तेमाल किया था. फिर आपकी सरकार द्वारा इन ऋणों को गुप्त रूप से माफ कर दिया गया. आपकी सरकार ने 2014 के बाद से जो लाखों करोड़ रुपए के कॉर्पोरेट ऋण माफ किए हैं, वह गरीबों से अमीरों की ओर हुआ धन का हस्तांतरण है. आपने किसी भी किसान, कारीगर, एमएसएमई या छात्रों का ऋण माफ नहीं किया है.
देश में ग़रीब और पिछड़ी महिलाओं पर जो अत्याचार हो रहे हैं, उससे आप और आपकी सरकार बार-बार मुंह मोड़ती रही है. आज आप उनके मंगलसूत्र के बारे में बात करते हैं? क्या मणिपुर में महिलाओं पर अत्याचार, दलित लड़कियों पर अत्याचार, बलात्कारियों को माला पहनाने के लिए आपकी सरकार ज़िम्मेदार नहीं है? जब आपकी सरकार में किसान आत्महत्या कर रहे हैं तो आप उनकी पत्नियों और बच्चों की सुरक्षा कैसे कर रहे हैं? कृपया उस नारी न्याय के बारे में पढ़ें जिसे हम सत्ता में आने के बाद लागू करने जा रहे हैं.
संदर्भ से हटकर कुछ शब्दों को पकड़ लेना और सांप्रदायिक विभाजन पैदा करना आपकी आदत बन गई है. आप इस तरह से बोलकर प्रधानमंत्री पद की गरिमा को कम कर रहे हैं.’ जब ये सब खत्म हो जाएगा तब लोगों को याद आएगा कि देश के प्रधानमंत्री ने चुनाव हारने के डर से ऐसी अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था.
अपने ही लोगों के बहकावे में न आएं जो आपके भाषणों पर तालियां बजा रहे हैं. वे आपको ढंग से सोचने वाले उन करोड़ों लोगों की आवाज को नहीं सुनने दे रहे हैं जो आपके भाषणों सही से निराश हैं.
कांग्रेस न्याय पत्र का लक्ष्य युवाओं, महिलाओं, किसानों, मजदूरों और सभी जातियों एवं समुदायों के हाशिए पर रहने वाले लोगों को न्याय प्रदान करना है. आपके सलाहकार आपको उन चीजों के बारे में गलत जानकारी दे रहे हैं जो हमारे घोषणापत्र में लिखी ही नहीं गई हैं.
मुझे व्यक्तिगत रूप से मिलकर आपको हमारे न्याय पत्र को समझाने में बेहद खुशी होगी ताकि देश के प्रधानमंत्री के रूप में आप कोई भी गलत बयान न दें.