चंद्रचूड़ का कार्यकाल 10 नवंबर 2024 तक होगा.
इससे पहले उनके पिता वाईवी चंद्रचूड़ भी देश के 16वें चीफ जस्टिस रह चुके हैं.
नई दिल्ली- सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश बनेंगे. भारत के 50वें प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) बनने जा रहे न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि न्यायमूर्ति यू.यू. ललित के उत्तराधिकारी के रूप में उनके कंधों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारियां हैं और उन्हें उम्मीद है कि वह उनके द्वारा शुरू किए गए ‘अच्छे कामों’ को जारी रखेंगे. चंद्रचूड़ का कार्यकाल 10 नवंबर 2024 तक होगा. इससे पहले उनके पिता वाईवी चंद्रचूड़ भी देश के 16वें चीफ जस्टिस रह चुके हैं.
भारत के मौजूदा प्रधान न्यायाधीश यू.यू. ललित 8 नवंबर को 65 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं. वह 74 दिन के काफी कम समय के लिए भारत के प्रधान न्यायाधीश रहे.
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ 13 मई 2016 को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में नियुक्त हुए थे. सुप्रीम कोर्ट में जज बनने से पहले वह इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस थे. इससे पहले वह बॉम्बे हाईकोर्ट में भी जज रह चुके हैं.
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) द्वारा न्यायमूर्ति ललित के लिए आयोजित विदाई समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 49वें सीजेआई ने उल्लेखनीय नेतृत्व किया और वह अपने कार्यकाल के दौरान न्याय तक लोगों की पहुंच बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध रहे.
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, ‘मुझे लगता है कि आपके उत्तराधिकारी के रूप में व्यक्तिगत रूप से मेरे कंधों पर काफी बड़ी जिम्मेदारियां हैं. सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ का सीजेआई के रूप में दो साल का कार्यकाल होगा और वह 10 नवंबर, 2024 को सेवानिवृत्त होंगे.