
कोलकाता : कोलकाता मेट्रो ने बुधवार को हुगली नदी के नीचे से मेट्रो का सफल परीक्षण कर इतिहास रच दिया. देश में यह पहली बार है जब मेट्रो पानी के नीचे सुरंग में चली है. इस परीक्षण में मेट्रो ट्रेन कोलकाता से हावड़ा के बीच सुरंग में चलाए गए. परीक्षण के समय कोलकाता से हावड़ा मैदान स्टेशन तक मेट्रो रेक में मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के महाप्रबंधक पी.उदय कुमार रेड्डी सहित सीनियर अधिकारी मौजूद रहे.
उदय कुमार रेड्डी ने कहा कि यह आधुनिक परिवहन कोलकाता और इसके आसपास के लोगों के लिए क्रांतिकारी परिवहन व्यवस्था साबित होगी. परीक्षण के समय मेट्रो हुगली नदी के नीचे 32 मीटर की गहराई में बनी सुरंग में चली.
520 मीटर हुगली नदी के नीचे सुरंग
मेट्रो सेवा में भूमिगत ट्रैक की लंबाई 4.8 किलोमीटर है. जिसमें नदी के नीचे सुरंग की लंबाई 520 मीटर है. सुरंग को पार करने में 45 सेकंड का वक्त लगेगा. रेड्डी ने बताया कि आने वाले महीनों में हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड स्टेशन तक मेट्रो का परीक्षण होगा. इसके बाद इस ट्रैक पर जनता के लिए मेट्रो सेवा शुरू की जाएगी.
आधा किलोमीटर का सफर पानी में
नदी के नीचे मेट्रो के लिए दो सुरंगे बनाई गई हैं, यह ईस्ट-वेस्ट मेट्रो का प्रमुख आकर्षण है. यात्रियों के लिए, यह अलग अनुभव होगा क्योंकि वे एक मिनट से भी कम समय में लगभग आधा किलोमीटर तक पानी के नीचे से गुजरेंगे.
7 महीने तक रूट पर रोज ट्रायल
इस घटना को शहर के लिए ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कोलकाता मेट्रो के महाप्रबंधक पी. उदय कुमार रेड्डी ने कहा कि यह तो बस शुरुआत है और इस रूट पर नियमित अंडरवाटर ट्रायल जल्द ही शुरू होगा. रेड्डी, जिन्होंने इस यात्रा को क्रांतिकारी के रूप में वर्णित किया, पहले ट्रायल रन का हिस्सा थे. उन्होंने महाकरण स्टेशन से हावड़ा मैदान स्टेशन तक यात्रा की. रेड्डी के मुताबिक, अगले सात महीने तक इस रूट पर नियमित ट्रायल रन किया जाएगा. उन्होंने कहा, इसके तुरंत बाद आम जनता के लिए नियमित सेवाएं शुरू हो जाएंगी.