कांग्रेस 3 नवंबर को प्रदेश के सभी जिलों में करेगी धरना प्रदर्शन
रायपुर- प्रदेश में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं को लेकर कांग्रेस 28 अक्टूबर को सभी जिलों में कांग्रेस कमेटी में पत्रकारवार्ता आयोजित करेगी और 3 नवंबर को प्रदेशव्यापी धरना प्रदर्शन किया जायेगा. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आज कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में प्रेसवार्ता आयोजित कर इसकी जानकारी दी.
प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि बलरामपुर में पुलिस की कस्टडी में एक युवक गुरुचरण मंडल की मौत हो गयी. पुलिस का दावा है कि मृतक गुरुचरण की मौत बाथरूम में फांसी लगाने से हुई है. सारे तथ्य बताते है बलरामपुर में युवक गुरुचरण मंडल की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है. मृतक जिसकी पत्नी 29 सितंबर को लापता हो गई थी. गुरुचरण मंडल को उसके पिता के साथ उसकी पत्नी के लापता होने के संबंध में पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया गया था. मृतक के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने 4 दिनों से उसे तथा उसके पिता को थाने बुलाया था तथा 4 दिनों से उसे थाने में हिरासत में रखा था. पिछले 20 दिनों से मेरी बहू लापता है और मैं अपने बेटे के साथ तीन दिनों से हिरासत में हूं. पुलिस ने हमें बेरहमी से पीटा. बलरामपुर पुलिस की वजह से मैंने अपने बेटे को खो दिया.
कांग्रेस ने किया सवाल
किसी भी व्यक्ति को पुलिस 24 घंटे से अधिक समय तक हिरासत में नहीं रख सकती. गुरुचरण मंडल, उनके पिता तथा एक अन्य को चार दिनों तक थाने में हिरासत में क्यों रखा गया? 24 घंटे के भीतर कोर्ट में क्यों प्रस्तुत नहीं किया गया?
मृतक के पास टॉवेल (तौलिया) कहां से आया जबकि उसके पिता का कहना है उसके पास कोई टॉवेल नहीं थी?
मृतक के शरीर का पंचनामा परिजनों व परिचितों के सामने क्यों नहीं किया गया?
मृतक के परिजन शव को दफनाने की मांग कर रहे थे, पुलिस जलाना क्यों चाहती थी, हालांकि बाद में दबाव के कारण दफनाया गया.
मृतक के शव को थाने से अस्पताल ले जाते उसके पिता ने देखा लेकिन उसके मौत की जानकारी थाने में उनको क्यों नहीं दिया गया?
कांग्रेस ने की मांग
इस मामले की उच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच कराया जाये.
इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी तथा टीआई की भूमिका संदिग्ध है, उन सबके खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाये.
मृतक के शरीर का डॉक्टरों का दल बना कर फिर से पोस्टमार्टम कराया जाये.
मृतक के परिवार को 1 करोड़ मुआवजा दिया जाये.
प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था की नैतिक जिम्मेदारी लेकर मुख्यमंत्री इस्तीफा दे, गृह मंत्री को बर्खास्त किया जाये.