जब आप दो सौ बहत्तर में सरकार बना सकते हो तो चार सौ क्यों मांग रहे हो, नीयत क्या है आपका?
रायपुर- प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में कांग्रेस के मीडिया और पब्लिसिटी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमेन कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य पवन खेरा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि मैं रायपुर ट्रेन से आना चाहता था, मैंने पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को बताया, उन्होंने कहा ट्रेन से आयेंगे तो चुनाव के बाद रायपुर पहुंचेंगे, आप मालगाड़ी में आयेंगे तो भले समय से पहुंच जाये। यह हाल है देश में ट्रेनों का। पूरे देश में यह चुनाव इस देश का वोटर लड़ा रहा है, जनता लड़ रही है, और उन्हें लगता है कि कांग्रेस पार्टी उनके जिंदगी से जुड़े हुए मुद्दे उठा रही है, नौकरियों के मुद्दे उठा रही है, किसानों के मुद्दे उठा रही है, आरक्षण का मुद्दा उठा रही है, संविधान का मुद्दा उठा रही है, महिला सुरक्षा का मुद्दा उठा रही है, आदिवासियों का मुद्दा उठा रही है। स्वास्थ्य की बात कर रही है, शिक्षा की बात कर रही है, पेपर लीक की बात कर रही है इन्हीं मुद्दों पर चुनाव में जाना चाहिए और इन्हीं मुद्दों पर कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ रही है।
दीवारों पर लिखा हुआ था चार सौ पार। चार सौ इन्हें इसलिए चाहिए क्योंकि चार सौ से कम होंगी तो संविधान नहीं बदल सकते, ये नियम है, ये कानून है, ये रूल्स है। इनके मन में क्या है संविधान बदलने की जो इनकी मंशा है, ये इनके अपने नेताओं के मुँह से बार-बार सुनाई देती है। कभी वो अनंत हेगड़े होते हैं जो कर्नाटक में बोलते हैं. कभी ज्योति मिरधा होती है जो राजस्थान में बोलती है. कभी अरुण गोविल होते हैं जो मेरठ में बोलते हैं। और भी इनके तमाम प्रत्याशी उत्तर प्रदेश के कई बार सुन बोलते हैं कि साहब चार सौ दे दीजिए हम संविधान बदलेंगे. क्यों बदलना है संविधान? हमें याद है 2015 में मनमोहन वैद्य आरएसएस के बहुत बड़े नेता 2015 में बिहार में जाके बोले हम आरक्षण खत्म करने के पक्ष में हैं। इनके अनेक नेता कह चुके हैं आरक्षण के खिलाफ। ज्यादा दूर क्यों जाते हैं, रायपुर में अठारह महीने पहले यहाँ की कांग्रेस की राज्य सरकार ने आरक्षण संशोधन विधेयक पारित कराके फाइल राजभवन भेजी थी, आखिर कहाँ है वो फाइल? क्या मिट्टी खा रही है फाइल?
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास मंगलसूत्र, मछली, मीट, मुसलमान ये मुद्दे हैं। 10 साल भाजपा सरकार में रही और उनके पास बोलने के लिये केवल ये चार शब्द है। कहां है आपकी रिपोर्ट कार्ड? बताइए 10 साल में आपने क्या किया? बताइए दस साल में बेरोजगारी का पैंतालीस साल का रिकॉर्ड क्यों टूटा? बताइए दस साल में लघु और मध्यम उद्योग है वो तबाह क्यों हुए? बताइए आदिवासियों के साथ जो अत्याचार हुआ वो क्यों हुआ? दलितों के साथ जो अत्याचार हुआ वो क्यों हुआ? महिला सम्मान की ये केवल बातें करते हैं, हकीकत यह है कि हर एक घंटे में चार महिलाओं का बलात्कार जहाँ हो रहा प्रधानमंत्री इस तरह की हल्की बातें करते हुए घूमना क्या अच्छी बात है? हर एक घंटे में दो नौजवान इस देश में आत्महत्या करने मजबूर हैं वहाँ के प्रधानमंत्री मीट, मछली, मुसलमान, मंगलसूत्र ऐसी बाते करते हैं।
मोदी राज में हर एक दिन में तीस किसान आत्महत्या कर रहे हैं। कोई और प्रधानमंत्री होता तो प्रचार करने से पहले सोचता कि मैं आँखें कैसे मिलाऊंगा, अपने लोगों के सामने कैसे जाऊंगा? यह चुनाव महत्वपूर्ण इसलिए है कि जब आप दो सौ बहत्तर में सरकार बना सकते हो तो आप चार सौ क्यों मांग रहे हो नीयत क्या है आपका?