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कांग्रेंस विधायक और पार्टी पर भितरघात का आरोप
राजनंदगांव- नगरीय निकाय चुनाव में राजनांदगांव कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष भागवत साहू ने अपने ही पार्टी के बागी प्रत्याशी अंगेश्वर देशमुख के हाथों हारने के बाद उन्होंने पीसीसी चीफ दीपक बैज को अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया है.उन्होंने कांग्रेस विधायक और पार्टी पर भितरघात का आरोप लगाया है. उन्होंने डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खास समझे जाने वाले कांग्रेस नेता नवाज खान पर हार का ठीकरा फोड़ते हुए उन पर षडयंत्र पूर्वक हराने आरोप लगाया है.
भागवत साहू ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे जिला पंचायत क्षेत्र कमांक 03 टेड़ेसरा से जिला पंचायत सदस्य के लिये कांग्रेस से अधिकृत प्रत्याशी उतारा गया था. लेकिन कांग्रेस के द्वारा किसी भी तरह का सहयोग नही किया गया. यहां तक कि शहर सहित ग्रामीण नेता के द्वारा चुनाव में जीत न हो सके उसके लिये षडयंत्र पूर्वक काम किया गया. जिसके वजह से मुझे हार का सामना करना पड़ा. तत्कालिन लोकसभा प्रत्याशी एवं विधानसभा प्रत्याशी राजनांदगांव साथ ही वर्तमान विधायक डोंगरगांव व डोंगरगढ़ एवं पूर्व जिला अध्यक्ष नवाज खान के द्वारा सामूहिक नेतृत्व में षडयंत्र पूर्वक साहू समाज के प्रत्याशी को हराने के लिये धन बल बाहूबल का भरपूर प्रयोग करते हुए कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी भागवत साहू जो वर्तमान में जिला कागेस ग्रामीण के अध्यक्ष और जिला साहू समाज के अध्यक्ष को बदले के भावना को ध्यान में रखकर बागी प्रत्याशी अंगेश्वर देखमूख को विजयी बनाने में सफल हुये.
इस संभावित स्थिति को ध्यान में रखकर छत्तीगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री को पत्र एवं मिलकर उचित निर्णय लेने का निवेदन पत्र के माध्यम से 03 फरवरी को अवगत कराया गया था. बावजूद इसके बैठकों के माध्यम से मुझको भ्रमित करते रहे और बागी प्रत्याशी को मदद करते रहे. इन सब घटनाओं से यह बात तो स्पष्ट हो जाती है. उल्लेखित नेता यहां बहुसंख्यक साहू समाज के व्यक्ति को एवं कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को आपस में लडा कर कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रहे है. जिले में कांग्रेसी नेताओं को सत्ता व संगठन से वंचित करने का षडयंत्र कर रहे है, एवं जिले में समांतर संगठन चलाकर पार्टी को क्षति पहुचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है. उक्त पस्थितियों को ध्यान में रखते हुए संगठन के जिला अध्यक्ष को न्याय न मिलने की परिस्थिति में जिले के छोटे से छोटे कार्यकर्ताओं को न्याय दिलाने में मैं अपने आप को असमर्थ महसूस कर रहा हूं. उक्त घटनाक्रम से पूरी तरह आहत हूं. जब कांग्रेस पार्टी के बड़े जिम्मेदार लोग ही पार्टी को क्षति पहुंचाने में लगे है. ऐसी परिस्थितियों में मैं वर्तमान जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष के पद से स्तीफा देता हूं.