
RI विजय शर्मा और सहायक ग्रेड-2 उषा धावड़े पर रिश्वत लेने के आरोप, कलेक्टर से की कड़ी कार्रवाई की मांग
दुर्ग- कहते हैं न बाप बड़ा न भैया, सबसे बड़ा रुपैया. रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारी पर यह कहावत बिल्कुल फिट बैठता है. दुर्ग कलेक्टर अभिजीत सिंह से पुलगांव आरआई विजय शर्मा पर 5000 हजार और दुर्ग तहसील कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-2 उषा धावड़े पर खुले आम 1 हजार से 5 हजार रूपये काम के बदले रिश्वत मांग करने की शिकायत की है.मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में कुल 33 जिले है दुर्ग ही एक ऐसा जिला है जहां व्यपवर्तन/परिवर्तित शाखा अलग से संचालित होता है तथा प्रदेश के अन्य जिलों में राजस्व निरीक्षक मंडल के संबंधित नियमित आरआई के द्वारा किया जाता है. अलग से व्यपर्तन/परिवर्तित शाखा संचालित होने से काम सही समय में नहीं हो पाता और भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी रिश्वत लेने में कोई कसर नहीं छोड़ते.
कलर मानचित्र बनाने के नाम पर पुलगांव आरआई विजय शर्मा पर 5000 रुपये की रिश्वत मांगने का गंभीर आरोप लगाते हुए कलेक्टर से लिखित शिकायत कर जांच कर कार्यवाही करने की मांग की है. प्रशांत जोशी अधिवक्ता का आरोप है कि ग्राम पुलगांव, तह. व जिला-दुर्ग में एक भूमि स्थित है जिसका खसरा नं. 235/12 है. मैं उक्त भूमि का डायवर्सन कराना चाहता हूं जिसके लिए कलर मानचित्र में भूमि का उपयोग आर. आई. द्वारा मांग किया गया. पुलगांव क्षेत्र के आर. आई. विजय शर्मा के तहसील स्थित कार्यालय में 13 फरवरी 2025 को गया, जहां उनसे मुलाकात नहीं हुई. इस पर उनको फोन लगाने पर उनके द्वारा चुनाव के बाद मिलने की बात कहीं, उसके बाद जाने पर भी मुलाकात नहीं हुई.
फिर 4 मार्च 2024 को लगभग 12 बजे उनके कार्यालय में जब मैं कलर मानचित्र और जमीन रजिस्ट्री का पेपर लेकर मिला तो उनके द्वारा खसरा पांचशाला लाने को कहा गया, जिस पर मैंने उनसे कहा कि खसरा पांचशाला रजिस्ट्री में ही संलग्न है जिस पर उनके द्वारा वर्तमान का खसरा पांचशाला लाने को कहा गया तथा उनके द्वारा सेवा शुल्क के रूप में रकम की मांग की गई, मैंने उनसे कहा कि सर कलर मानचित्र में भू-उपयोग लिखने वाला काम तो कर दिजीये, तब उनके द्वारा कहा गया कि जमीन के पेपर और 5 हजार रूपये लेकर मिलो, मौका देखकर मैं वहीं पर आपका काम कर दूंगा. उनका आरोप है कि काम के लिए पैसे की मांग की गई, जिस पर मैंने अपने सहयोगी रवि शंकर सिंह अधिवक्ता को फोन कर बुलाया जिसके सामने भी वह अपनी बात पर अड़े रहे और “मौके पर ही मिलने और खर्चा पानी तो देना ही पड़ेगा यह कहा गया. पद की आड़ में लोगों को परेशान कर अवैध वसूली करने वाले आरआई के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है.
सहायक ग्रेड-2 उषा धावड़े पर खुले आम रिश्वत मांगने का आरोप
जिला मुख्यालय के दुर्ग तहसील कार्यालय में पदस्थ उषा धावड़े सहायक ग्रेड-2 के खिलाफ रिश्वत की मांग करने के आरोप लगे हैं. आवेदक ने कलेक्टर से लिखित शिकायत की है. शिकायत पत्र में लिखा है कि नकल शाखा के उषा धावड़े (सहायक ग्रेड 2) ने स्वेच्छानुदान राशि की कमिशन पांच प्रतिशत लेने के बाद ही चेक देती है या ई बैंकिग करती है. राजस्व विभाग में एक गरीब परिवार से लेकर उच्च परिवारों तक कि भूमि संम्बंधित / आर्थिक सहायता राशि / विभिन्न शासन योजनाओं का राजस्व विभागों द्वारा पीडित व्यक्तियों को लाभ पहुंचाया जाता है. लेकिन कोई भी कार्य के लिए उषा धावडे सहायक ग्रेड 2 चढ़ावा दोगे उसके बाद काम बनेगी बोलती हैं. उन्होंने कर्मचारी उषा धावडे सहायक ग्रेड 2 को नकल शाखा/ एवं अन्य शाखाओं से तत्काल उनके प्रभार से हटाने की मांग की है.