तहसीलदार के सामने संभागायुक्त और कलेक्टर हुए बौने
दुर्ग- तहसीलदार प्रफुल्ल गुप्ता में आखिर ऐसा क्या है जो उनके बार-बार ट्रांसफर होने के बावजूद उन्हें दुर्ग जिले के दुर्ग तहसील में ही तहसीलदार, अतिरिक्त तहसीलदार, तहसील दुर्ग में ट्रांसफर किया जा रहा है. यहां से बाहर भेजने के बाद भी ऐन-केन प्रकार तहसील दुर्ग जिला मुख्यालय पहुंचना अनेक संदेहो को जन्म देता है. वैसे लोग तो कहते है कि दुर्ग जिले की दुर्ग तहसील में अनके फाइलें ऐसी है जो उनसे सीधी जुड़ी हुई है जिसमें वे गहरी दिलचस्पी लेते है. कहीं न कहीं जमीनों का नामांतरण, अवैध प्लाटिंग आदि मामलों में उन्हें मोटा लाभ होता रहा है. वैसे चर्चा यह भी है कि तहसीलदार प्रफुल्ल गुप्ता का संबंध शासन-प्रशासन से सीधा है और वे इसी का लाभ उठाकर दुर्ग जिले के दुर्ग तहसील में बने रहते है. सवाल उठते है कि क्या कलेक्टर को नहीं पता है कि एक ही तहसीलदार बार-बार दुर्ग तहसील में दिलचस्पी ले रहा है. संभाग आयुक्त के निलंबन के बाद भी तहसीलदार अपने मन पसंद जगह पर दुर्ग तहसील में पुन: बैठकर भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है. तहसीलदार के रूम में लगे एसी, सीसीटीवी कैमरा और कार्यालय में हुए रंग-रोगन आखिर किसके द्वारा कराया गया है? इस प्रक्रिया का निष्पक्ष रूप से जांच जरूरी है.
तहसीलदार का 4 बार ट्रांसफर, 1 बार अतिरक्त प्रभार और निलंबन
तहसीलदार प्रफुल्ल गुप्ता का एक साल में 4 बार ट्रांसफर किया गया. तहसीलदार ख्याति नेताम 4 दिनों के लिए अर्जित अवकाश में जाने पर तहसीलदार प्रफुल्ल गुप्ता को 19 दिसंबर 2024 से 22 दिसंबर 2024 तक उनके कार्यों को सौंप दिया जाता है. तहसीलदार गुप्ता का ट्रांसफर 16 फरवरी 2024 को दुर्ग से पाटन किया जाता है फिर 22 फरवरी 2024 को पाटन से दुर्ग होता है फिर 22 अक्टूबर 2024 को भिलाई नगर किया जाता है फिर 2 दिसंबर 2024 को भिलाई नगर से दुर्ग ट्रांसफर किया गया.
संभाग आयुक्त ने तहसीलदार को किया था निलंबन
तहसीलदार प्रफुल्ल गुप्ता ने शासन से प्राप्त भूमि को कलेक्टर की अनुमति के बिना विधि विरूद्ध नामांतरण कर दिया. शिकायत मिलने पर दुर्ग संभाग आयुक्त सत्यनाराण राठौर ने तहसीलदार प्रफुल्ल गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया. निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय कार्यालय कलेक्टर मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी ट्रांसफर किया गया. तहसीलदार ने ग्राम बोडेगांव, पटवारी हल्का नम्बर 10/14, राजस्व निरीक्षक मंडल दुर्ग-1 तहसील स्थित खसरा नम्बर 717, रकबा 0.9200 हेक्टेयर भूमि का अवैध तरीके से नामांतरण करने के संबंध में 2 मई 2024 को शिकायत प्राप्त हुई थी. उक्त शिकायत पर कलेक्टर दुर्ग से प्रतिवेदन प्राप्त किया गया था. जिसके अवलोकन पर पाया गया कि शासन से प्राप्त भूमि का कलेक्टर के अनुमति के बिना विक्रय किया गया था.