
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने किया ट्वीट
राजनांदगांव- जिले में आज एक पुलिस आरक्षक ने पुलिस भर्ती प्रक्रिया में धांधली का खुलासा करते हुए आत्महत्या कर ली. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जब आरक्षक के शव को फंदे से उतारा तो उसके हथेली पर पेन लिखा सुसाइड नोट मिला, जिसने खैरागढ़ में पुलिस भर्ती प्रक्रिया घोटाला मामले में का बड़ा खुलासा किया है. आरक्षक के हाथ पर सुसाइड नोट लिखा था कि ‘भर्ती ड्यूटी में कर्मचारियों का फंसाया जा रहा है. अधिकारियों को बचाया जा रहा है.’
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान अनिल रत्नाकर के रूप में हुई है, जो खैरागढ़ जिले में आरक्षक के पद पर पदस्थ था. जिले में आरक्षक भर्ती मामले में 14 संदेही की जांच हो रही थी. जिसमें आरक्षक भी शामिल था. इस मामले की जांच के बीच आरक्षक के सुसाइड नोट के साथ आत्महत्या से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. पुलिस आरक्षक की लाश रामपुर घोरदा इलाके में एक पेड़ पर लटकी मिली थी. फिलहाल पुलिस ने आरक्षक के शव को पीएम के लिए भेज दिया है, साथ ही मामले की जांच में जुट गई है.
वहीं इस मामले को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर इसे गंभीर बताते हुए सीबीआई जांच की जांच मांग की है.
भूपेश बघेल किये ट्वीट
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, राजनांदगांव का पुलिस भर्ती घोटाला तो गंभीर मामला दिखता है. आरक्षक अनिल रत्नाकर ने आत्महत्या से पहले अपने हाथ पर जो लिखा है वह इसकी गंभीरता को बताता है. कर्मचारियों को फंसाया जा रहा है, अधिकारियों को बचाया जा रहा है. अधिकारी सब इन्वॉल्व हैं’ का मतलब साफ़ है Vishnu Deo Sai जी।भ्रष्टाचार तो हुआ है. अधिकारियों की भूमिका भी है. अब तो उच्च स्तरीय जांच होनी ज़रूरी है.
पुलिस भर्ती घोटाला…… मौत का खेल जारी
राजनांदगांव में ग्राम घोरदा के खेत में आरक्षक अनिल रत्नाकर की फांसी के फंदे से लाश लटकी मिली है. आरक्षक के तार पुलिस भर्ती घोटाले से जुड़ा होना बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि क्या यह हत्या है या आत्महत्या? क्या इसमें कोई बड़े खिलाड़ी शामिल हैं? किसी और को बचाने के लिए किसी और की बलि ली जा रही है। इस घोटाले और हत्या की CBI जांच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को करवानी चाहिए.