
मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना: दिशान के जीवन में आशा की किरण बनी, मिला 18 लाख सहायता राशि
सुरेश पाटले कोण्डागांव- केशकाल में रहने वाले कबाड़ व्यवसायी इमरान आडवाणी के घर जब नन्हे दिशान ने जन्म लिया तो चारों ओर खुशियां फैल गयी. दिशान दिन ब दिन बढ़ता जा रहा था जिसे देख सारा परिवार खुश था परंतु जब दिशान चार माह का हुआ अचानक उसकी तबियत खराब हो गयी एवं लगातार ईलाज के बाद भी कोई सुधार न होता देख परिजनों ने रायपुर स्थित एक निजी अस्पताल में दिशान को भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों ने जांच के पश्चात बताया कि दिशान को थैलेसीमिया मेजर नामक गंभीर आनुवांशिक बीमारी है. जिसमें व्यक्ति के शरीर में लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण करने वाले हिमोग्लोबिन प्रोटीन की कमी हो जाती है और शरीर में सही मात्रा में स्वस्थ रक्त नहीं बन पाता. खून की कमी के कारण दिशान का शरीर लगातार कमजोर होता जा रहा था और उसे सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी थी.
ऐसे में दिशान को समय समय पर बाहर से ही खून चढ़ाया जाने लगा जिससे उसे तात्कालिक आराम तो प्राप्त होता पर बीमारी का पूर्ण ईलाज नहीं हो पा रहा था क्योंकि दिशान का बोनमैरो उनके परिवार के किसी भी सदस्य के साथ पूरी तरह से नहीं मिल पा रहा था. इस दौरान रायपुर स्थित कॉन्स फाउंडेशन से लगभग 10 साल तक बच्चे को बाहर से ही रक्त चढ़ाया जा रहा था साथ ही देशी दवाइयों से बच्चे का ईलाज चलता रहा परंतु उसको इससे कोई राहत प्राप्त नहीं हुआ.
ऐसे में अगस्त 2021 में जब बैंगलोर के थैलेसीमिया मेजर बीमारी से एक स्पेशलिस्ट डॉक्टर द्वारा रायपुर में लगाये गये कैम्प में दिशान की जांच करवाने पर पता चला की दिशान का बोनमैरो उनके पिता से लगभग 70 प्रतिशत मिल रहा है और अब दिशान का ईलाज संभव है परंतु अभी भी इलाज के लिए लगभग 40 लाख रुपए लगने वाले थे. ईलाज में बहुत अधिक खर्च होने की बात जानकर परिजनों ने दिशान को बचा पाने की अपनी उम्मीद भी खो दी थी. ऐसी निराशा की घड़ी में मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना दिशान के जीवन में आशा की एक किरण बन कर सामने आई. जब उनके पिता को पता चला की छत्तीसगढ़ सरकार गंभीर बीमारियों के ईलाज के लिए जरूरतमंद लोगों को 20 लाख तक की आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है उन्होंने नवंबर 2021 को इसके लिए मुख्यमंत्री आवास में आवेदन दिया और आवेदन के 15 दिन के भीतर ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा विभागीय कार्यवाही पूर्ण कर 18 लाख पिता के खाते में अंतरित कर दिये गये.
राशि प्राप्त होते ही दिशान के पिता उसे लेकर बैंगलोर पहुंचे. जहां प्रारंभिक जांच के उपरांत दिसम्बर 2021 को बैंगलोर के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज प्रारंभ हुआ. अभी भी इलाज के लिए अतिरिक्त रूपयों की आवश्यकता थी ऐसे में प्रधानमंत्री राहत कोष से भी उन्हें ईलाज के लिए 3 लाख रुपए आर्थिक सहायता प्राप्त हुई. जिससे परिजनों की चिन्ता कुछ कम हुई. फिर बचे पैसों का इंतेजाम कर पिता के बोनमैरो से दिशान का बोनमैरो ट्रांसप्लांट करने का काम प्रारंभ हुआ. 6 माह के लम्बे चले उपचार के उपरांत दिशान ने अंततः 10 वर्षों बाद थैलेसीमिया मेजर जैसी गम्भीर आनुवांशिक बीमारी को हरा दिया और अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गया है. दिशान के स्वस्थ होने पर उनके परिजन बहुत ही खुश हैं. मासूम दिशान के चेहरे की मुस्कान अब लौट आयी है. छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ईलाज के लिए मिली आर्थिक सहायता के लिए दिशान एवं उसके परिजनों ने भावुक होते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को तहेदिल से धन्यवाद देते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य योजना नहीं होती तो आज शायद दिशान का ईलाज संभव नहीं हो पाता इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सहृदय आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया.
गौरतलब है कि 1 जनवरी 2020 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना प्रारंभ की गयी थी. जिसके तहत गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को आर्थिक समस्या से बचा कर उनको बेहतर उपचार के लिए 20 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है. जिससे अब तक जिले के 08 लोगों को गंभीर बीमारियों के ईलाज हेतु आर्थिक सहायता प्राप्त हुई है.