
रायपुर : नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने जगदलपुर, बिलासपुर और अंबिकापुर एयरपोर्ट में सुरक्षा आधुनिक करने के साथ ही निर्धारित मापदंडों को पूरा करने का आदेश दिया है. तीनों एयरपोर्ट में डीजीसीए के निरीक्षण के बाद कुछ कमियां पाई गई है.
डीजीसीए के दौरे के बाद राज्य सरकार के विमानन संचालनालय ने तीनों एयरपोर्ट में सुविधाएं बढ़ाने को लेकर टेंडर जारी कर दिया है. रिजनल कनेक्टिविटी स्कीम के अंर्तगत एयरपोर्ट में सुरक्षा और सुरक्षा उपकरणों की संख्या बढ़ाई जाएगी. इसके लिए आइएसओ कंपनी से उपकरणों के लिए प्रस्ताव मंगाया गया है.
इसके अंतर्गत मेटल डिटेक्टर, सेंसर, एक्सरे मशीन, बैगेज स्कैनर की संख्या बढ़ाने के साथ ही इसे आधुनिक किया जाएगा. लैंडिंग और टेकआफ के लिए कुछ उपकरणों को रनवे परिक्षेत्र में स्थापित किया जाएगा. कंपनियों को सुरक्षा उपकरणों की आपूर्ति के साथ ही स्थापना, प्रशिक्षण, परीक्षण एवं संचालन की जिम्मेदारी दी गई है. उल्लेखनीय है कि जगदलपुर और बिलासपुर से हवाई सेवाएं शुरू हो चुकी है, वहीं अंबिकापुर में कवायद चल रही है.
अंबिकापुर में अगले महीने आएगी टीम
अंबिकापुर एयरपोर्ट का निरीक्षण करने को अगले महीने डीजीसीए की टीम पहुंचेगी. टीम के दौरे के बाद सुरक्षा उपकरणों की पड़ताल की जाएगी. इसके बाद ही तय हो पाएगा कि उड़ानें कब से शुरू होगी. अंबिकापुर एयरपोर्ट की लंबाई 1516 मीटर से अधिक बढ़ाई गई है. इसे थ्रीसी केटेगरी में शामिल किया गया है, जिसमें चार्टर्ड प्लेन, हेलीकाप्टर के साथ एटीआर-72 जैसे विमानों की लैडिंग-टेकआफ हो सकती है. अंबिकापुर से लगभग 12 किमी. दूर ग्राम दरिमा में मां महामाया एयरपोर्ट से वर्तमान में नियमित उड़ानें शुरू नहीं की गई है. राज्य सरकार ने 43 करोड़ की लागत से पीडब्ल्यूडी के माध्यम से एयरपोर्ट का उन्न्यन कराया था.
विमानन संचालनालय के संचालक नीलम नामदेव एक्का ने कहा, डीजीसीए से प्राप्त दिशा-निर्देशों के मद्देनजर जगदलपुर, बिलासपुर और अंबिकापुर में सुरक्षा उपकरणों की संख्या बढ़ाई जा रही है. इसके लिए टेंडर जारी कर दिया गया है. अंबिकापुर एयरपोर्ट के निरीक्षण के लिए अगले महीने डीजीसीए की टीम के आने की संभावना है.