
रायपुर- छत्तीसगढ़ के कॉन्टिजेंट ने भारत स्काउट्स एवं गाइड्स की 18 वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में जोरदार उपस्थिति दर्ज कराते हुए चार प्रतियोगिताओं में ‘ए ग्रेड’ प्राप्त किया. राजस्थान के रोहट, पाली में 4 से 10 जनवरी तक आयोजित हुई राष्ट्रीय जम्बूरी का शुभारंभ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने किया था. छत्तीसगढ़ की प्रदर्शनी पूरी जम्बूरी में आकर्षण का केन्द्र बनी हुई थी. छत्तीसगढ़ लड़कियों की सुरक्षा से जुड़े साइंस प्रोजेक्ट के प्रति भी लोगों ने काफी दिलचस्पी दिखाई.
छत्तीसगढ़ कॉन्टिजेंट ने 2 संयुक्त प्रतियोगिता राज्य प्रदर्शनी एवं एथनिक शो में “ए ग्रेड” प्राप्त किया. इन दोनों प्रतियोगिताओं में छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति को प्रदर्शित किया गया था. इसी तरह स्काउट विंग ने मार्चपास्ट तथा गाइड विंग ने फिजिकल डिस्प्ले में ‘‘ए ग्रेड” प्राप्त किया. इसके साथ ही संयुक्त प्रतियोगिताओं में ग्लोबल डेवलपमेंट विलेज, कलर पार्टी, पेजेंट शो, फूड प्लाजा, फोक डांस में ‘बी ग्रेड’ मिला. स्काउट विंग की स्पर्धा कैम्प फायर व फिजिकल डिस्प्ले तथा गाइड विंग की स्पर्धा स्टेट गेट व रंगोली में भी ‘‘बी ग्रेड” हासिल हुआ.
गौरतलब है कि स्कूल शिक्षा मंत्री व भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के अध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चन्द्राकर के मार्गदर्शन तथा राज्य सचिव कैलाश सोनी की अगुवाई में छत्तीसगढ़ से 381 की संख्या वाला दल राष्ट्रीय जम्बूरी में सम्मिलित हुआ. इसमें 24 जिलों से लगभग 300 सौ स्काउट्स, गाइड्स सहित लीडर्स, राज्य मुख्यालय स्टॉफ, सर्विस रोवर्स, रेंजर्स शामिल थे. प्रतियोगिताओं के अलावा स्काउट्स, गाइड्स ने एडवेंचर, फन गेम्स, नाइट हाइक आदि गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी की. स्काउट विंग के कॉन्टिजेंट लीडर सीएल चन्द्राकर एवं गाइड विंग की कॉन्टिजेंट लीडर सीमा साहू थीं. शैलेन्द्र मिश्रा ने नेशनल स्टॉफ के तौर पर अपनी सेवाएं दी. 18वीं राष्ट्रीय जम्बूरी में भारत के स्काउटिंग के समस्त राज्यों सहित सात अन्य देशों से 37 हजार स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स ने भागीदारी की.
‘छत्तीसगढ़ स्टेट डे’ में लोक संस्कृति की झलक, चलित झांकी प्रदर्शन ने जीता दिल
राष्ट्रीय जम्बूरी में छत्तीसगढ़ ने ‘‘स्टेट डे” मनाया. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत स्काउट्स एवं गाइड्स के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व विधायक सत्यनारायण शर्मा थे. अध्यक्षता छत्तीसगढ़ के राज्य मुख्य आयुक्त व संसदीय सचिव, विनोद सेवनलाल चन्द्राकर ने की. राष्ट्रीय जम्बूरी के चौथे दिवस आयोजित चलित झांकी प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ स्टेट कॉन्टिजेंट की पारंपरिक परिधानों में दी गई प्रस्तुति ने दिल जीत लिया.
झांकी का नेतृत्व सीमा साहू कर रही थीं. छत्तीसगढ़ महतारी के प्रतिरूप में लीना वर्मा राज्य की परछाई बनी हुईं थीं. पीछे छत्तीसगढ़ के अमर शहीद वीर नारायण सहित गुंडाधुर, साहित्यकार पंडित सुंदरलाल शर्मा के रूप में स्काउट्स तथा ट्राइबल मूवमेंट की याद दिलाते हिमधर साहू की अगुवाई में कबीला नृत्य लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था. माई की पालकी- बस्तर दशहरा-आंगा देव आदिवासी समाज की आस्था को प्रदर्शित कर रहे थे. छत्तीसगढ़ शासन की योजना नरवा- गरवा- घुरवा- बाड़ी का प्रदर्शन छत्तीसगढ़ की माटी से जुड़ाव को दर्शा रहा था. छत्तीसगढ़ का लोक पर्व भोजली और इसके पीछे राउत नाचा, पंथी, सुआ नृत्य राज्य की संस्कृति की झलक दिखला रहे थे. सरगुजा के विवाह की परंपरा और करमा नृत्य ने लोगों की खूब वाहवाही बटोरी.