
छत्तीसगढ़ मातृशक्ति संगठन ने बैठक में कई मुद्दों पर की गई चर्चा
दुर्ग- छत्तीसगढ़ सोसाइटी के पास रंग मंच रिसाली सेक्टर में छत्तीसगढ़ मातृशक्ति संगठन ने बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें वर्तमान परिपेक्ष्य पर चर्चा किया गया. संगठन की मातृशक्तियों ने दर्द से कहारता छत्तीसगढ़, मातृशक्तियों का चिन्तन, महिला उत्पीड़न के संदर्भ में कहा कि एक तरफ राज्य सरकार कहता है कि छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता के लिए बेहतर अवसरों, सुनहरे भविष्य और जीवन सुगमता का निर्माण जनता के लिए करना इस वर्ष का ध्येय निधार्रित किया गया है. दूसरी तरफ नशा से सराबोर छत्तीसगढ़. मासूम बच्चियों का बलात्कार, हत्या, बालिका तस्करी, महिला उत्पीड़न, प्रताड़ना, बेरोजगारी, मंहगाई जैसे जघन्य अपराध बढ़ते जा रहे हैं.
मातृशक्तियों ने बैठक में गंभीर बात रखी कि इस पुरुष प्रधान देश में एक मोमबत्ती जला दो न साहब-हमारी, हमारे बेटे-बेटियों की अरमान की सम्मान की.
उम्मीद की किरण जगा दो न साहब-अच्छी, सच्ची जीवन जीने की , जिसे खरीदना नहीं पड़ेगा साहब. हम महिलाओं में भयाक्रांतों ने जन्म ले लिया है साहब.. वर्तमान परिदृश्य को देख कर.
बैठक में संरक्षक राजेन्द्र परगनिहा, अश्लेष मरावी, उमा सिंह, ममता वर्मा, अन्नु जांगड़े, निर्मला चतुर्वेदी, कनकलता नाग, लोकेश्वरी ध्रुव, चन्द्रकला तारम उपस्थित रही.