रायपुर : सोमवार को छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा रायपुर में रहीं और प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी के तमाम नेताओं से मुलाकात की. उन्होंने प्रदेश पदाधिकारियों, जिला और ब्लॉक के पदाधिकारियों की बैठकें ली. इस बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा तीन मंत्री रविंद्र चौबे, डॉ प्रेम साय सिंह टेकाम, अमरजीत भगत और कवासी लखमा शामिल हुए. सात मंत्री टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, मो. अकबर, शिव डहरिया, रूद्र गुरू, उमेश पटेल और अनिला भेंडिया बैठक में शामिल नहीं हुए. जानकारी के अनुसार प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में मंत्रियों को आमंत्रित नहीं किया गया था. मंगलवार को वे दिल्ली रवाना हो गईं.
उन्होंने कहा कि गुटबाजी के चक्कर में न पड़े. कुमारी शैलजा ने कहा कि पार्टी में एक परिवार की तरह रहकर सभी ने काम किया है और आगे भी ऐसे ही काम करेंगे. ब्लॉक लेवल की बैठक में कार्यकर्ताओं ने बड़े नेताओं की शिकायत भी की. कहा कि उनके जरूरी काम सरकार होने के बाद भी नहीं किए जा रहे हैं, शैलजा ने उन्हें समझाया. मीडिया को इसके जवाब में कुमारी शैलजा ने कहा कि किसी के 99वें काम होते हैं 1 नहीं हो पाता तो रंज रहता है. बाकी ऐसी कोई बात नहीं है. पार्टी लोकतांत्रिक है सभी को हम बोलने का मौका देते हैं. ये नहीं करते कि किसी की आवाज को दबा दिया. परिवार में सभी तरह की बातें होती हैं.
आरक्षण विधेयक राजभवन में अटका है. इसे लेकर 3 जनवरी को रायपुर में महारैली होगी. इसके साथ ही 26 जनवरी से शुरू हो रहे हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा की रणनीति भी तैयार की गई. उन्होंने सभी ब्लॉकों में हर दिन 10 किलोमीटर चलने का लक्ष्य तय किया है. इस तरह 307 ब्लॉकों में हर दिन कांग्रेसी लगभग 3 हजार किलोमीटर चलेंगे. 30 दिन में कांग्रेस को पूरे प्रदेश में हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा काे पूरा करना है. ऐसे में कांग्रेस नेता 30 दिन में लगभग 90 हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी करेंगे.
प्रदेश प्रभारी शैलजा ने कहा, कांग्रेस मजबूत इसलिए है क्योंकि हम जमीन से जुड़े है. ब्लाॅक और बूथ मजबूत नहीं होंगे तो पार्टी का ढांचा कमजोर हो जाएगा. आप सब दूर से आए हैं. हमने आज यहां सिर्फ आपको सुना है पार्टी संगठन की शक्ति को पहचानती है. आपके माध्यम से पार्टी मजबूत होगी. 2023 में प्रदेश में पुनः सरकार बनाना है और 2024 देश को बचाने के लिए भाजपा को हराना है.