
मातृशक्ति ने स्थापना दिवस पर लिए नए संकल्प, किया होली मिलन
भिलाई- मातृशक्ति फाउंडेशन ने अपने स्थापना दिवस पर नए संकल्प लिये. इस अवसर पर सभी सदस्यों ने एक दूसरे को आंवले का पौधा देते हुए पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया. संस्था आपसी सहयोग से बेटियों को शिक्षा के लिए सहयोग प्रदान करती है. फूल-गुलाल की होली खेलते हुए सभी सखियों ने एक दूसरे को बेहतर मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य की शुभकामनाएं भी दीं.
अपनी व्यस्त दिनचर्या में से वक्त निकालकर 28 सदस्याओं ने इस कार्यक्रम को अपनी उपस्थिति और परिश्रम से सफल बनाया. अंजलि ने जहां कार्यक्रम की रूपरेखा तय करने से लेकर उसके संचालन की जिम्मेदारी ली वहीं नीना और सुनीता ने अपनी कविताओं से महिलाओं की समाज एवं परिवार में भूमिका को रेखांकित किया. रेणु ने अपनी सुमधुर आवाज में गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम को चार चांद लगा दिये.
आरंभ में संस्था की अध्यक्ष डॉ अलका दास ने फाउंडेशन के उद्देश्यों और कार्यक्रमों की जानकारी विस्तार से दी. उन्होंने कहा कि संस्था सखियों को एक ऐसा मंच प्रदान करना चाहती है जहां वे न केवल स्वयं की पहचान बना सकती हैं बल्कि एक दूसरे से जुड़कर ज्यादा मजबूती से अपने सपनों को आकार दे सकती हैं. अपने दूसरे स्थापना दिवस पर फाउंडेशन ने पौध रोपण एवं देखभाल का संकल्प लिया है. सभी सखियों को इस अवसर पर आंवले का पौधा दिया जा रहा है. इस पौधे की पूरे ग्रीष्म में घर पर ही रखकर सेवा करनी है तथा वर्षाकाल प्रारंभ होने के बाद इसे किसी ऐसे स्थान पर रोप देना है जहां इसकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
रूपाली और सरोज ने जहां परस्पर प्रेम एवं अपनत्व का परिचय दिया वहीं अंजू कठपालिया, तृप्ति, गीता श्रीवास्तव, रमा श्रीवास्तव, जयश्री प्रधान, रेनू श्रीवास्तव, आरती, रिया, मुकेश, मंजूषा जोशी, निशा सिंह ने अपनी विशेष सहभागिता दी. अजूं ने जहां पुष्प भेंटकर सभी का सम्मान किया वहीं हल्दी कुमकुम लगाकर रूपाली एवं सरोज ने इसे पारम्परिक स्वरूप प्रदान किया. अंजू ने संस्था का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. धन्यवाद ज्ञापन निशा सिंह ने किया.