पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को दी गई श्रद्धांजलि, योगदान को किया याद
भिलाई- पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर छत्तीसगढ़ मातृशक्ति संगठन द्वारा रिसाली सेक्टर में सभा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई साथ ही देश हित में किए बहुमूल्य योगदान को भी याद किया गया. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के गाह गांव में हुआ था और 26 दिसंबर 2024 को 92 साल के उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली.
बता दें कि मनमोहन सिंह देश के वित्त मंत्री और रिजर्व बैंक के गवर्नर भी रह चुके थे. वह साल 1991 से 1996 तक देश के वित्त मंत्री और 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे. उनके कार्यकाल में देश की अर्थव्यवस्था को नए पंख लगे और यह आसमान पर उड़ने लगी. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में देश की जीडीपी से लेकर विदेशी मुद्रा भंडार और सेंसेक्स तक में तेजी आई. 1991 में हमारे देश की इकोनॉमी ध्वस्त हो गई थी. आरबीआई का रिज़र्व गोल्ड विदेश में गिरवी रखना पड़ा जिससे देश के कर्मचारी को वेतन दे पाए. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में नई लिवरलाइजेशन, निजीकरण, वैश्वीकरण की नीति लागू की गई जिसके कारण विश्व अर्थव्यवस्था से हम जुड़ पाए, भारी मात्रा निवेश हमारे देश में प्रारंभ हो गया उस दौरान हमारे देश में दो प्रकार की अर्थव्यवस्था काम करती थी एक जो दृश्य, एक अदृश्य अर्थव्यवस्था थी.
जब सरकार देश की जीडीपी 7% तय करती थी परंतु ग्रोथ 8% हो जाता था 1% वृद्धि अदृश्य अर्थव्यवस्था के कारण होता था मौजूदा समय में यह विलुप्त हो गई है मनमोहन सिंह के नेतृत्व में अप्रत्याशित रोजगार का निर्माण हुआ लोगों का जीवन स्तर सुधरा तथा अर्थव्यवस्था का पहिया निरंतर घूमता रहा तथा देश का अर्थिक, राजनीतिक, सामजिक, चहुंमुखी विकास हुआ. यदि हम भारतीय अर्थव्यवस्था के राष्ट्रपिता के रूप में डॉ मनमोहन सिंह को संबोधित किया जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी. डॉ मनमोहन सिंह हर देशवासियों के दिलों में सदैव रहेंगे.
श्रद्धांजलि सभा में राजेन्द्र परगनिया विधायक प्रतिनिधि,चंद्रभान सिंह ठाकुर पार्षद,राजेन्द्र रजक,मोनेश बंछोर,देवेन्द्र सोनी दीपंकर साहू,आशीष बिंद्रा, डेविड,चंद्रकला तारम,उमा सिंह,अश्लेष मरावी,कनकलता नाग,निर्मला चतुर्वेदी,जी.एल.देवदास, एम.आर. अनंत उपस्थिति रहे.