
आरक्षक भर्ती प्रक्रिया को सिर्फ रद्द करना पर्याप्त नहीं : दीपक बैज
रायपुर- – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने राजनांदगांव पुलिस भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया है. इस मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा है कि आरक्षक भर्ती प्रक्रिया को सिर्फ रद्द करना पर्याप्त नहीं है. इस मामले की सीबीआई जांच के साथ राजनांदगांव के आरक्षक भर्ती घोटाला के लिये नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गृह मंत्री विजय शर्मा इस्तीफा दे. पुलिस विभाग में भर्ती घोटाला हुआ है और पुलिस के ही अधिकारी एसआईटी के माध्यम से जांच करेंगे. विभाग के मंत्री गृह मंत्री जांच के आदेश दे रहे कैसे न्याय होगा जो लोग दोषी है वही जांच भी करेंगे. यह विष्णु के सुशासन में ही संभव है कि आरोपी अपनी जांच खुद करेगा. इस मामले में संलिप्त ठेका कंपनी को तत्काल ब्लेक लिस्टेड किया जाए तथा मामले में आत्महत्या किये सिपाही की मौत के मामले की भी अलग से न्यायिक जांच करवाया जाना चाहिये.
श्री बैज ने कहा है कि जब से छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आयी है, नौकरी के नाम पर वसूली के शिकायतों की बाढ़ आ गई है. सत्ता के संरक्षण में छत्तीसगढ़ में नौकरियां बेचने वाले गिरोह फल फूल रहे हैं. भाजपा की सरकार में चयनित अभ्यर्थियों की सूची तो जारी होती है, लेकिन प्रक्रिया के दौरान परिणाम के अंक छिपाये जाते हैं, एस आई भर्ती इसका उदाहरण है. पुलिस भर्ती, फॉरेस्ट गार्ड, प्रयोगशाला परिचारक में नौकरी लगवाने के नाम पर अनेकों काउंटर खुल गए हैं. मंत्रालय और संचालनालय तक में खुलेआम बोली लगाई जा रही है. रिमोट से संचालित इस सरकार में युवाओं के सरकारी नौकरी के रोजगार के अवसर को बेचा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि आठवीं बटालियन पेंड्री में पुलिस भर्ती प्रक्रिया में कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए मैनुअल एंट्री और रिजल्ट में गोलमाल किया गया है. आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में गोला फेंक और ऊंची कूद को लेकर मैनुअल रजिस्टर में और रिजल्ट जारी करने में धांधली की गई है. नंबर बढ़ाने और पास करने लिए लेनदेन की भी शिकायत आई हुई है. जिले के पुलिस अधीक्षक ने स्वीकार किया है कि तीन हजार से अधिक अभ्यर्थियों के अंकों में गड़बड़ी की गई है, इतने व्यापक स्तर पर संगठित घोटाले केवल आरक्षक स्तर के चंद कर्मचारियों के द्वारा कारित हो, यह संभव नहीं है. साय सरकार असल गुनाहगारों को बचाने के लिये 4 आरक्षक और 2 ठेका कर्मचारियों पर कार्यवाही करके पूरे षड़यंत्र पर लीपापोती कर रही है. आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी के लिये गृहमंत्री विजय शर्मा अपने पद से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें.