दुर्ग जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक में अध्यक्ष का मनोनयन करने की मांग
दुर्ग- छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के साथ ही दुर्ग जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक के तात्कालीन अध्यक्ष राजेन्द्र साहू के त्यागपत्र के बाद से पिछले छह माह से अध्यक्ष पद रिक्त पड़ा है. जिससे बैंक का और इसके अधीन आने वाली बैंक की 60 शाखाओं व 300 से अधिक सहकारी समितियों का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. बैंक और सोसाइटियों में कर्मचारियों का टोटा हो गया है. सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की जगह नई नियुक्ति नहीं हो पा रही है. जहां दो कर्मचारी होने चाहिए वहां एक ही कर्मचारी से काम चलाना पड़ रहा है. खेती किसानी का समय है. खाद व बीज वितरण का काम कर्मचारियों की कमी के कारण सही ढंग से नहीं हो पा रहा है. इससे किसानों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. आगे चलकर धान खरीदी के समय तो और भी दिक्कत बढ़ेगी. किसानों और बैंक के खाताधारकों की समस्याओं के समाधान के लिए जिला सहकारी बैंक के रिक्त पड़े अध्यक्ष पद पर किसी अनुभवी और योग्य जनप्रतिनिधि का मनोनयन करने की मांग उठने लगी है. ताकि बैंक और सोसाइटियों में कर्मचारियों की कमी दूर की जाए और इनका काम सुचारू रुप से चल सके. बेमेतरा और बालोद जिले के किसानों ने मांग की है कि जब तक बैंक का चुनाव नहीं हो जाता तब तक अध्यक्ष पद पर पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन का कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में मनोनयन किया जाए. जो दस साल तक बैंक के अध्यक्ष पद पर आसीन रह चुके हैं और उनके कार्यकाल में दुर्ग जिला सहकारी बैंक ने प्रगति के नये कीर्तिमान स्थापित किए थे. उनके हटने और कांग्रेस नेताओं के अध्यक्ष बनने के बाद बैंक की माली हालत फिर खराब हो गई है और यहां गंभीर अनियमितताएं होने तथा भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे थे. इस स्थिति में सुधार के लिए प्रीतपाल बेलचंदन जैसे अनुभवी जनप्रतिनिधि को बैंक की कमान सौंपी जानी चाहिए.