
राजनांदगांव जिले के सुदूर वनांचल के ग्राम पथर्री में छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी शहीद वीरनारायण सिंह का शहादत दिवस आदिवासी समाज की ओर से वीर दिवस के रूप में उत्साह के रूप में मनाया गया. ग्राम के महिलाओं ने एक ही रंग के वेशभूषा पहनकर शहीद वीरनारायण सिंह के प्रतिमा के पास से ग्राम भ्रमण करते हुए प्रतिमा के समक्ष मंचीय
कार्यक्रम किया गया.
आदिवासी ध्रुव गोंड़ समाज के अध्यक्ष दिलीप सिंह नेताम तथा सचिव राजकुमार मंडावी एवं हुमन सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी पथर्री निवासी कन्हैयालाल खोब्रागढ़े थे. अपने विचारों में वीर नारायण सिंह के जीवन गाथा एवं भारतीय संविधान में प्रदत्त नियम एवं पेसा कानून की विस्ततृत जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पांगरी खुर्द (क) सरपंच अंजलीघावड़े ने की. कार्यक्रम में आसपास के आदिवासी समाज एवं समस्त ग्राम के वरिष्ठ नागरिक उपस्थित रहें. आदिवासी ध्रुव गोंड़ समाज के अध्यक्ष दिलीप सिंह नेताम तथा सचिव राजकुमार मंडावी एवं हुमन सिंह ने मीडिया को बताते हुए कहा कि कार्यकम ध्रुव गोंड़ समाज अध्यक्ष (परिक्षेत्र पतोरा) रामसाय उइके, दिलीप सिंह नेताम अध्यक्ष ध्रुव गोंड़ समाज परिक्षेत्र पतोरा, संचालक यादराम नेताम, गोवर्धन मरकाम, जगेश्वर नेताम, भारत नेताम, तिलोचन नेताम एवं समस्त युवा संगठन की भागीदारी प्रशंसनीय रही.