
लीवर एक जरूरी अंग है जो प्राकृतिक रूप से हमारे शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है, लेकिन खान-पान की गलत आदतों और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण यह ठीक से काम नहीं कर पाता है और इसे हमारी मदद की जरूरत होती है. इसे बेहतर ढंग से कार्य करने का सबसे अच्छा तरीका लीवर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालना है. रात भर पानी में भिगोई हुई किशमिश प्रभावी रूप से ब्लड प्यूरिफिकेशन का काम कर सकती है. यही कारण है कि भीगे हुए सुबह के पानी को एक बेहतरीन डिटॉक्सिफाइंग ड्रिंक के रूप में जाना जाता है. रोजाना खाली पेट किशमिश का पानी पीने से आपका स्वास्थ्य कई तरह से बेहतर हो सकता है और इसके पोषक तत्वों की अच्छाई बढ़ सकती है.
किशमिश के पानी में अघुलनशील फाइबर प्रचुर मात्रा में पाए जाता है, जो पाचन में सहायता करते हैं. किशमिश में शामिल फ्लेवोनोइड, जैसे टार्टरिक एसिड, टैनिन और कैटेचिन, एक रेचक क्रिया को प्रोत्साहित करते हैं जो आंतों के जरिए कब्ज को रोकता है. पेट को हेल्दी और साफ रखने के लिए पानी में किशमिश मिलाकर पीना एक सफल घरेलू इलाज है.
काली किशमिश के पानी में एंटासिड, पोटेशियम और मैग्नीशियम होते हैं, जो पेट के एसिड को रेगुलेट करने में सहायक होते हैं और इसलिए इस पुरानी स्थिति को रोक सकते हैं.
किशमिश में आयरन, बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन और कॉपर सभी प्रचुर मात्रा में होते हैं. बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन और आयरन ब्लड सेल्स को बढ़ाने में सहायता करते हैं. इसके अलावा कॉपर आयरन के अवशोषण में सहायता करता है.
खाली पेट भीगी हुई किशमिश का पानी खून को साफ करने में भी मदद कर सकता है और हेल्दी गट को बनाए रखता है. ये शरीर के खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स लेवल को कम करने में प्रभावी रूप से मदद कर सकता है.
अपने दिन की शुरुआत एक गिलास भीगी हुई किशमिश के पानी से करने से आपके शरीर को वह एनर्जी मिल सकती है जो पूरे दिन बेहतर ढंग से काम करने के लिए जरूरी है.
फ्रुक्टोज और ग्लूकोज दो प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाली शुगर जो आपको लंबे समय तक एनर्जी देते हैं, ये किशमिश के पानी में पाए जाते हैं. इसलिए यह आपके शरीर को भोजन की लालसा में कमी लाने में सहायता करता है.