भिलाई- छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बहुमत में आने के बाद मुख्यमंत्री पद हेतु प्रत्याशियों के बीच कयासों का बाजार गर्म हो गया है. दिल्ली में भाजपा के कुछ विजयी विधायकों के नाम पर विचार विमर्श चल रहा है, जिसे लेकर केंद्रीय स्तर पर खींचतान मची हुई है. इन सबके बीच एक निर्विवाद चेहरा महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस का नाम जोरों से उछल पड़ा है. यदि सारे समीकरण ठीक से बने रहें तो मुख्यमंत्री के रूप में रमेश बैस सर्वमान्य चेहरा हो सकता है. सियासी बाजार में इसकी चर्चा जोरों से चल पड़ी हैं.
राजनीतिक समीक्षकों के अनुसार रमेश बैस वरिष्ठ राजनेता है. रायपुर में 7 बार के सांसद रह चुके हैं, त्रिपुरा, झारखंड के बाद एक बड़े प्रदेश महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी और विश्वसनीय भी हैं. वर्ष 2004 में जब वे केंद्रीय राज्य मंत्री थे तब भी, उनके नाम पर विचार चल रहा था. उस समय राजनीतिक समीकरण बदला और डॉ.रमन सिंह मुख्यमंत्री बन गए. अब एक बार फिर रमेश बैस की चर्चा जोरों पर चल पड़ी है. यदि सारे समीकरण पक्ष में रहें तो रमेश बैस अपने ऊंचे राजनीतिक कद और वरिष्ठता की वजह से मुख्यमंत्री के सर्वमान्य चेहरे हो सकते हैं.