भानुप्रतापपुर में होने जा रहे उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के उम्मीदवारों ने नामांकन जमा किया. सबसे पहले दर्जनों गाड़ियों का काफिला लेकर भाजपा के लोग नामांकन जमा करने कलेक्टर दफ्तर गए. इसके बाद कांग्रेसियों का समुह नामांकन भरने गये.
कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों और उम्मीदवारों को लेकर उनके समर्थकों ने जो बंदोबस्त किया था वो रोचक रहा. भाजपा के ब्रह्मानंद नेताम जो पहले भी भानुप्रतापपुर सीट से विधायक रह चुके हैं. फूलों से सजी गाड़ी में कांकेर के सांसद मोहन मंडावी, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव भी सवार थे. इनके पीछे डॉ रमन सिंह समेत पार्टी के अन्य बड़े नेताओं की कारों का काफिला था.
दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी. अपनी प्रत्याशी सावित्री मंडावी को फूलों से सजी (खुली छत वाली) SUV में चढ़ाया गया. आगे की सीट पर खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खड़े थे, मानों सावित्री के सियासी रण में सारथी की भूमिका निभा रहे हों. इसी गाड़ी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम भी साथ थे. रायपुर विधायक विकास उपाध्याय समेत बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता पहुंचे थे. जो सावित्री के जीत के नारे लगा रहे थे.
कांग्रेस और भाजपा दोनों कर रहीं जीत का दावा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भानुप्रतापपुर उपचुनाव कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी सावित्री मंडावी जीतेंगी. कांग्रेस ने दिवंगत मनोज मंडावी को श्रद्धांजली के रूप में सावित्री मंडावी को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है. भानुप्रतापपुर की जनता अपने स्वर्गीय विधायक को श्रद्धांजली के रूप में सावित्री मंडावी के पक्ष में मतदान करेगी.
भाजपा की जीत को लेकर डॉ रमन सिंह ने भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस से आदिवासी तंग आ चुके हैं. इसलिए भाजपा के प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम को ही प्रचंड बहुमत से विजय मिलेगी. ब्रह्मानंद नेताम भानुप्रतापपुर से साल 2008 में विधायक रह चुके हैं. मनोज मंडावी को एक बार हरा चुके हैं.
निर्वाचन आयोग ने चुनाव की अधिसूचना 10 नवम्बर को जारी कर दिया है. 17 नवम्बर तक मतदान की अंतिम तिथि है. नया विधायक चुनने के लिए पांच दिसंबर को मतदान होगा. आठ दिसंबर को मतगणना होगी और परिणाम घोषित किया जाएगा.