
गरियाबंद. बोरवेल की बिल पास कराने के एवज में रिश्वत लेने का मामला सामने आया है. एसीबी ने गरियाबंद जनपद सीईओ डिप्टी कलेक्टर करून डहरिया को 20 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है. आज एसीबी की टीम कार्यालयीन समय में गरियाबंद पहुंची. बताया जा रहा है कि बोरवेल की बिल पास कराने के एवज में जनपद सीईओ डिप्टी कलेक्टर करून डहरिया ने 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी. एसीबी की टीम ने रंगे हाथों पेसा लेते हुए उसे दबोच लिया है. कार्यवाही अभी जारी है.
एसीबी के 20 अधिकारी 4 गाड़ियों में आज गरियाबंद पहुंचे थे. डिप्टी कलेक्टर करुण डहरिया ने 7 महीने पहले ही जनपद पंचायत सीईओ के रूप में पदभार ग्रहण किया था. उनके खिलाफ पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे.
करुण डहरिया मूल रूप से कोरबा जिले के रहने वाले हैं. वे 2019 बैच के राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं. उनकी पहली पोस्टिंग जांजगीर-चांपा में SDM के रूप में हुई थी. इसके बाद उनका ट्रांसफर पामगढ़ SDM के तौर पर हुआ था. तीसरी पोस्टिंग के तौर पर वे गरियाबंद आए, जहां वे जनपद पंचायत CEO के रूप में कार्यरत हैं.