
रायपुर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे से दो दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का रायपुर दौरा कई मायनों में अहम रहा. भाजपा नेताओं की मानें तो शाह ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ चुनावी रणनीति पर मंथन किया. इसके अलावा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस बैठक में घाेषणा पत्र समिति से लेकर विधानसभा के उम्मीदवारों को लेकर भी चर्चा की गई.
ऐसी जानकारी मिली है कि शाह अपने साथ सर्वे रिपोर्ट लेकर आए थे. जिसमें हर विधानसभा क्षेत्र के तीन दावेदारों का नाम था. इसपर नेताओं ने चर्चा की इसके अलावा चुनाव अभियान समिति, चुनाव समन्वय समिति के साथ अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई.
बैठक में अमित शाह ने प्रदेश के भाजपा नेताओं को दो टूक कहा कि सारे नेता छत्तीसगढ़ में 2023 में होने वाले चुनाव पर फोकस करें. स्थानीय नेता तय करें कि सरकार बनानी है कि नहीं. सिफारिश से कोई टिकट नहीं मिलेगा. लड़ोगे तो जीतोगे, जीतोगे तभी पाओगे. आपस में लड़ने की बजाए जीत के लिए लड़ो.
इस बैठक को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने जानकारी दी कि राज्य सरकार को उखाड़ फेंकने का पूरा रोड मैप हमने तैयार किया है. इसे लेकर ही रात में और आज सवेरे भी मीटिंग ली गई. बैठक का सारा सार यही है कि हम सब लोग पूरी ताकत से लड़ेंगे और छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनाएंगे.
ओम माथुर ने संगठन के कामकाज की रिपोर्ट रखी
बताया जा रहा है कि प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने संगठन के कामकाज की रिपोर्ट रखी. इस रिपोर्ट के आधार पर शाह ने सुधार करने का निर्देश दिया. गौरतलब है कि प्रदेश में पिछली बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 68 सीट मिली थी. जबकि भाजपा 15 सीटों पर ही सिमट गई थी.