ईडी और सीडी के नाम से भूपेश सरकार देशभर में बदनाम
राहुल गौतम राजनांदगांव- प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजनांदगांव विधायक डॉ रमन सिंह ने राजनांदगांव में आयोजित पत्रकार वार्ता में स्वीकार किया कि आगामी विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए चुनौती है. हम इस चुनावी मैदान में दमखम से अपनी लगातार तैयारी कर रहे हैं और यही चुनाव हमारे लिये आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए आधार बनेगा.
आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा तीन प्रमुख मुद्दों को गिनाते हुए रमन सिंह ने कहा कि पहला मुद्दा कांग्रेस के भूपेश सरकार कार्यकाल में विकास शून्य है और घोटालो की भरमार है. कॉलेज एजुकेशन चिकित्सा स्कूल किसी क्षेत्र में कुछ काम नहीं हुआ है. दूसरा मुद्दा में कांग्रेस सरकार द्वारा घोषित जन घोषणा पत्र के वायदे का आज पर्यन्त क्रियान्वयन नहीं हुआ है. किसानों को 2 साल का बोनस भी नहीं मिला है. रेडी टू ईट से महिला समूहो को वंचित किया गया है. तीसरा मुद्दा भूपेश सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर है जो सरकार शराब के करप्शन में स्वंय शामिल है. आज दो हजार करोड़ के शराब घोटाले की सीबीआई जाँच कर रही है. कोल, रेत और शराब घोटाला चल रहा है. आज गौठानो में 130 करोड़ खर्च करना बताया गया है परन्तु 13 लाख भी नही खर्च हुए. यह हम नही प्रदेश में खर्च होने के बाद गौठानो की हालत बयां कर रही है. यही मुद्दों को लेकर जनता के सामने जांएगे. युवाओं को विधानसभा टिकट मे अधिक महत्व दिए जाने का समर्थन करते हुए रमन सिंह ने कहा कि आज के समय में यह जरूरी है. युवाओं को विधानसभा में टिकट दिया जाना चाहिये. भाजपा टिकट चयन में इस बात का ध्यान रखेगी.
रमन सरकार से अधिक भूपेश सरकार के ऊपर कर्जा होने के बाद विकास नहीं होने के सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि राज्य सरकार को प्रदेश में पानी बिजली सड़क और अन्य बुनियादी सुविधाओं व अन्य विकास को लेकर जो राशि खर्च करनी थी. वह नहीं हो पाई और गैर जरूरी योजनाओ पर पैसे का इतना बंदरबांट इस भूपेश सरकार में हुआ है. वह आज तक किसी भी सरकार में नहीं हुआ है. प्रदेश के कतिपय भाजपा नेताओं द्वारा वर्तमान में पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में रमन सिंह के नाम से परहेज को लेकर रमन सिंह ने सवाल को टालते हुए कहा कि इस बात को आप अकेले में बता सकते है.
विपक्षी दलों के एक होने के सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि जब भी बाढ़ आती है तो सारे जीव जंतु एक पेड़ पर शरण ले लेते हैं. ठीक उसी तरह विपक्षी दल वर्तमान चुनाव के समय एकजुट होने का दिखावा कर रहे हैं. बाकी जब असली मामला आता है तब तो जनता के सामने उनकी हकीकत सामने आ जाती है. भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री के चेहरे पर चुनाव लड़ने के सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ में फिलहाल ऐसा अभी कहीं नहीं है पिछला चुनाव भी मुख्यमंत्री के फेस पर नहीं लड़ा गया था. बहुमत मिलने पर हाईकमान के निर्णय अनुसार मुख्यमंत्री का चयन होगा. राज्य में कांग्रेस समान भाजपा द्वारा वायदो को लेकर रमन सिंह ने कहा कि अभी घोषणा पत्र तैयार नहीं हुआ है लेकिन इस घोषणापत्र में हम महिला किसान और अन्य वर्ग का विशेष ध्यान रखेंगे .इस सरकार ने 13 सौ करोड़ रुपए नरवा गरवा घुरवा बाड़ी में खर्च होना बताया जा रहा है परंतु 13 लाख का हिसाब नहीं है इस तरह पैसे का जमकर दुरुपयोग हो रहा है.
नान घोटाला, पनामा पेपर आदि घोटालों के आरोपो से घिरी पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा चुनाव में कांग्रेस से टक्कर लेने के सवाल पर डॉ रमन सिंह ने कहा कि नान घोटाले की सीबीआई जांच में जो दोषी अधिकारी जो निलंबित हुए थे. वही वर्तमान सीएम के खास अधिकारी बनकर आजू-बाजू बने हुए हैं. इससे ही समझ सकते हैं कि घोटालों को संरक्षण कौन दे रहा है. जंगलेश्वर रेत मामले को लेकर डॉ रमन सिंह ने कहा कि यह काफी गंभीर मामला है. शासन और प्रशासन मिलकर रेत माफियाओं को संरक्षण दे रहे हैं और खुलकर लूट मची है. हम मृतक के परिवार वालों के साथ हैं इस मामले को मैं विधानसभा पर उठाऊंगा.
कर्नाटक चुनाव में भाजपा की पराजय को लेकर रमन सिंह ने कहा कि हर राज्य की अपनी एक तासिर होती है. राज्य के चुनाव राज्य के मुद्दे पर लड़े जाते हैं और केंद्र की चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर लड़े जाते है. इसी तरह नगर पालिका के चुनाव नगरपालिका के हिसाब से लड़ा जाता है. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनांदगांव व अन्य जिलों में भाजपा के आक्रामक नहीं होने पर लेकर रमन सिंह ने कहा कि ऐसा नही है. राजनांदगांव मे मेडिकल कालेज अस्पताल सेवा चरमरायी हुई है. स्वास्थ्य से जुड़ा मुद्दा गंभीर होता है. इस मामले में जनता को भी सामने आना चाहिए. हमारे कार्यकर्ता आठ दिन पंडाल डालकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लगे रहे. दिग्विजय स्टेडियम के आधे अधूरे निर्माण और मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल में कमियां व गड़बड़ी को लेकर जनता में आक्रोश आये दिन देखने मिल रहा है. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तो आवश्यक दवाइयां के अलावा दस साल में आवश्यक डॉक्टर, सीटी स्कैन मशीन और एमआरआई मशीन तक नहीं है इससे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. भूपेश सरकार अब तक इस दिशा में अब तक कोई सार्थक कदम नहीं उठायी है.
राजनांदगांव विधायक गोद ग्राम सुरगी मे बदहाल व्यवस्था से उठे सवाल पर डा रमन सिंह ने कहा कि भूपेश सरकार को पत्र लिखकर मै थक गया, लेकिन इस सरकार और प्रशासन सब देख जानकर खामोश है. आज तक इस संबंध में शासन प्रशासन कुछ नहीं कर पाया. सेवा सुशासन और गरीब कल्याण के साथ संपर्क अभियान की जानकारी देते हुऐ डा रमन सिंह ने बताया कि हम लोग का यह अभियान जारी है. प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ के माध्यम से भी इस अभियान व विकास की जानकारी हम घर-घर पहुंचाना चाहते है.
केन्द्र की मोदी सरकार की नौ साल की तारीफ करते हुए रमन सिंह ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण और गरीबों और अन्य वर्गों के लिए विभिन्न योजनाएं 9 सालों में लागू हुई है .भूपेश सरकार पर हमला बोलते हुए रमन सिंह ने कहा कि कोल माफिया के साथ सांठगांठ कर घोटाला करने वाली यह सरकार छत्तीसगढ़ का नाम देश दुनिया में बदनाम कर दी है. 600 करोड़ का चावल घोटाला ,आबकारी का दो हजार करोड़ हजार का घोटाला, जन घोषणा पत्र मे किये वायदो को पूर्ण नहीं करना ऐसी ऐसी कई बातें हैं.
छत्तीसगढ़ की पहचान ईडी व सीडी पर हो रही है. भूपेश बघेल देश मे अकेले सीएम है जो अश्लील सीडी मामले पर अभी जमानत पर हैं. डॉ रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस की 10 साल की मनमोहन सरकार ने 2G स्पेक्ट्रम घोटाला, कामन वेल्थ घोटाला और अन्य घोटालों को करने में लगी रही परंतु हमारी केन्द्र की मोदी सरकार के 9 साल में किसी भी मंत्री पर अथवा सरकार पर किसी भी प्रकार का कोई घोटाले का कोई भी आरोप नहीं लगा है. विकास की संभावनाओं को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने विकास की कल्पना की थी. उसी को चिन्हित कर हमारी सरकार ने भी 15 साल में विभिन्न विकास कार्य कर राज्य को गति दी है. राज्य में भाजपा सरकार की अपने 15 साल के कार्यकाल की जानकारी देते हुए रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश और राजनांदगांव का भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही उत्थान हुआ था उन्होंने उन्होंने बताया कि हमारी सरकार के आंकडे पेश करते हुए कहा कि हमारे 15 साल के कार्यकाल में जो विकास व अन्य कार्य हुआ. वह इस सरकार में आज तक नहीं हो रहा है.
राजनांदगांव डॉ रमन सिंह ने भूपेश बघेल को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कांग्रेस के कुशासन में राजनांदगांव के साथ बीते साढ़े 4 साल में हमेशा पक्षपात होता रहा हैं. आज तक राजनांदगांव के विकास को कभी भी गति देने के लिए भूपेश बघेल ने कभी भी कोई बड़ी राशि आज तक नहीं दी है. यहां पर कोई बड़ा कार्यालय लाने के बजाय राजनांदगांव से एडीबी कार्यालय, पीएमजीएसवाई का एसई कार्यालय, सेतु निगम का ईई व एसई कार्यालय ,पाठ्य पुस्तक निगम का कार्यालय आदि दुर्ग जाकर स्थापित किया गया. इसी तरह सरकारी प्रेस को भी स्थापित करने की चेष्टा की जा रही है. राजनांदगांव के साथ यह अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर हमारी सरकार आती है तो यह सब कार्यालय वापस राजनांदगांव में पूर्ववत स्थापित होंकर कार्य करेगे.
इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता खुबचंद पारख, लीलाराम भोजवानी, सांसद सन्तोष पान्डे, प्रदेश उपाध्यक्ष मधुसूदन यादव, प्रदेश भाजपा प्रक्वता नीलू शर्मा, प्रदेश पिछडा वर्ग अध्यक्ष भरत वर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष रमेश पटेल उपस्थित थे.