
रायगढ़, रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और महासमुंद जिले में ईडी का छापा पड़ा है. इन प्रमुख शहरों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी देर रात पहुंच चुके थे और सुबह 5:00 बजे अलग-अलग ठिकानों पर छापा मारा गया. एक ही वक्त पर ईडी के अधिकारी 10 से ज्यादा जगहों पर अलग-अलग टीम बनाकर कार्रवाई कर रहे हैं. जिन जगहों पर छापा मारा गया है उनमें कारोबारी और CA शामिल हैं. ED के अफसर सीआरपीएफ की टीम के साथ दबिश दी है. अधिकारियों और कारोबारियों के घरों में दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है. इन अधिकारियों और कारोबारियों को लेकर ईडी को करोड़ों रुपए के अवैध लेनदेन की सूचना मिली थी. इसी संबंध में जांच की जा रही है. कोरबा के ट्रांसपोर्ट नगर और अग्रसेन मार्ग पर तीन व्यापारियों के ठिकानों में ED की टीम ने दबिश दी है. पुलिसकर्मियों को घर और कार्यालय के पास तैनात किया गया है. ईडी के अधिकारी दस्तावेजों की जांच कर जानकारी जुटा रहे हैं.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बयान
ये छापे आखिरी नहीं है और छापे पड़ेंगे मैं पहले से इसके बारे में कहते आ रहा हूं. भाजपा सीधे नहीं लड़ पा रही. वह ईडी और आईटी के माध्यम से लड़ रही. मैं पहले भी कह चुका हूं कि यह फिर आएंगे, ये छापा आखिरी नहीं हैं. जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आएगा, ईडी और आईटी के दौरे और बढ़ेंगे. ये डराने धमकाने का काम है, इसके अलावा कुछ और नहीं. 6 हजार करोड़ रूपए के चिटफंड घोटाला पर ईडी-आईटी की कार्रवाई क्यों नहीं होती?
ईडी की टीम ने आज तड़के रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के सरकारी बंगले, डायरेक्टर माइनिंग, एमडी माइनिंग कॉर्पोरेशन जेपी मौर्य और चिप्स तथा मार्कफेड के एमडी समीर विश्नोई समेत कई कारोबारियों के ठिकानों पर दबिश दी.