
Chardham Yatra : केदारनाथ धाम के बाद अब बद्रीनाथ धाम के कपाट गुरुवार सुबह 7.10 बजे खुल गए. मंदिर को 15 कुंतल गेंदे के फूलों से सजाया गया है. वैदिक मंत्रोच्चार और पूरे विधि विधान से पूजा-अर्चना के बाद सेना की सुमधुर ध्वनि और जयकारों के बीच बद्रीनाथ धाम का कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. वहीं 26 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए थे.
बता दें कि इस साल भी पहली पूजा और आरती देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से हुई. कपाट खुलने से पहले शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद मंदिर पहुंच गए थे. बद्रीनाथ के कपाट खुलने से अब पूरी तरह चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है. परंपरा अनुसार, इस दिन का चयन टिहरी नरेश करते हैं. बताया जाता है कि, जिस तारीख से वैशाख शुरू हो वही तिथि से बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाते हैं.
चारधाम यात्रा का आगाज
धार्मिक मान्यता के अनुसार 12 महीने भगवान विष्णु जहां विराजमान होते हैं, उस सृष्टि के आठवें बैकुंठ धाम को बद्रीनाथ के नाम से जाना जाता है. मान्यता है कि, भगवान विष्णु यहां 6 महीने विश्राम करते हैं और 6 महीने भक्तों को दर्शन देते हैं.
दूसरी धार्मिक मान्यता यह है कि, साल के 6 महीने मनुष्य भगवान विष्णु की पूजा करते हैं तो बाकी के 6 महीने यहां देवता भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. जिसमें मुख्य पुजारी खुद देवर्षि नारद होते हैं.