
भिलाई स्टील प्लांट युवा कर्मचारियों ने एक नई संगठन का गठन किया गया. पदाधिकारियों का नाम घोषित कर दिया गया है. इसकी सूचना बीएसपी प्रबंधन को दी गई है. आइआर विभाग को यूनियन गठन की पूरी जानकारी लिखित में दी गई है. बीएसपी के लगभग 3000 कर्मचारियो ने एक साथ एक मंच पर आकर अपना लोकतांत्रिक संगठन का गठन किया. टाटा वर्कर यूनियन तथा अॉफिसर एशोसिएशन की विचारधारा से प्रभावित होकर भिलाई इस्पात संयंत्र तथा उसके माईंस के कर्मचारियों ने नवगठित युनियन का शुरुआत किया है.
नवगठित यूनियन के पदाधिकारियो ने कहा है कि यह पुर्णतः लोकतांत्रिक यूनियन है जिसके पदाधिकारियो का चयन गुप्त मतदान प्रणाली के माध्यम से होगा. संगठन का संविधान ऐसा बनाया गया है कि कोई भी कार्यरत कर्मचारी इस संगठन का नेतृत्व गुप्त मतदान प्रणाली के माध्यम से निर्वाचित होकर संभाल सकेगा .
वही यूनियन गठन मे भिलाई इस्पात संयंत्र के सभी प्रमुख वर्गो जैसे आईटीआई, डिप्लोमा, वरिष्ठ कर्मियों, छत्तीसगढ़ी, गैर छत्तीसगढ़ी समूहों का पर्याप्त समर्थन मिला है. जिसे कार्यकारिणी सदस्यों तथा पदाधिकारियों का नाम देखकर पता किया जा सकता है.
पदाधिकारियों का नाम-
अध्यक्ष अमर पटेल ,उपाध्यक्ष उमाकांत कान्हाईर, महासचिव अभिषेक सिंह, उपमहासचिव नवीन कुमार ध्रुव,सचिव अजय रत्न वासनिक, कोषाध्यक्ष नवीन मिश्रा, उपकोषाध्यक्ष टिकेंद्र पटेल साथ ही प्रत्येक 300 कर्मचारियों पर एक कार्यकारिणी सदस्य का पद स्वीकृत किया गया है. कार्यकारिणी सदस्य का चयन भी उक्त विभाग / अनुभाग/ सेक्शन के कर्मचारियो द्वारा गुप्त मतदान प्रणाली के माध्यम से किया जायेगा.
संगठन के गठन का उद्देश्य-
- औद्दोगिक विवाद अधिनियम , कारखाना अधिनियम , औद्दोगिक स्वास्थय और सुरक्षा कानुन की पूर्ति के लिए कार्य.
- वेतन समझौता विसंगती को दुर करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहे उसके लिए उच्चतम न्यायालय तक क्यों नही जाना पड़े.
- फिटमेंट एरियर और पर्क्स एरियर के लिए कार्यपालिका तथा न्याय पालिका के हर स्तर तक जाना.
- नन सैचुअरिटी लाभो (ऋण तथा एडवांश ) को रिवाईज्ड करवाना तथा बाकि महारत्ना कंपनियो के समक्ष दिलवाना
- सभी युनिटो मे एक युनिट एक युनियन का प्रचलन को बढ़ावा देना.
- एनजेसीएस मे केवल निर्वाचित कर्मचारियो का प्रतिनिधित्व दिलवाना तथा माईंस , सीएमओ, एसआरयु, कॉरपोरेट कार्यालय का भी प्रतिनिधित्व दिलवाना .
- अधिकारी वर्ग की तर्ज पर कर्मचारी वर्ग को भी आरआईएनएल से एक ग्रेड अधिक नियुक्ती करवाना तथा एक ग्रेड बढ़वाकर प्रत्येक ग्रेड का अलग अलग पदनाम दिलवाना .
इन पदाधिकारियों का क्या कहना है..
अमर पटेल अध्यक्ष का कहना है कि मैनेजमेंट कर्मचारियो के बीच संवादहीनता की काफी बुरी स्थिती को देखकर हम सभी कर्मचारी युनियन गठन किए है. यह पुरी तरह तथा कर्मचारियों के सभी वर्गो को लेकर युनियन बनाया गया है, जो पूर्ण लोकतांत्रिक है. हमारा मानना है कि सभी कर्मचारी शांती से नौकरी करने आए है. अगर श्रम कानून द्वारा निर्धारित सुविधा मिल जाय तो कोई भी कर्मचारी अपनी ही कंपनी के खिलाफ धरना प्रदर्शन, हड़ताल करने पर मजबूर नहीं होगा . टाटा स्टील उदाहरण है जहाँ 1956 के बाद कोई भी औद्दोगिक विवाद नहीं हुआ.
अभिषेक सिंह महासचिव का कहना है कि हमारा पूरा ध्यान पर्क्स तथा फिटमेंट का एरियर, 15% MGB और 35% पर्क्स को हासिल करना है. इसके लिए हम चेयरमैन, इस्पात मंत्री, इस्पात सचिव, डीपीई सचीव, श्रम मंडल समिति के सदस्य, सभी शहरों सं संबध सांसदो से मिलकर प्रबंधन पर कार्रवाई करेंगे. फिर भी बात नहीं बनी तो हम अपने हक के लिए कार्ट की शरण में भी जाएंगे.
नवीन मिश्रा कोषाध्यक्ष का कहना है कि हम आईडी एक्ट के नियमों के तहत मैनेजमेंट के साथ बातचीत की शुरुआत करेंगे जिसमें कुछ लोगों की साजीश के कारण सजा भोग रहे अपने कर्मचारी साथियों की सजा समाप्त का पहल, घर वापसी, कमेटी के बैनर तले प्रबंधन से बातचीत कर स्थानीय मुद्दों जैसे अस्पताल, नगर सेवा, कैंटिन, सुरक्षा, वेलफेयर जैसे मुद्दों के समाधान का प्रयास करेंगे.