
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश में बाघों की संख्या का ताजा आंकड़ा जारी किया. साल 2022 में बाघों की संख्या बढ़कर 3,167 हो गई है. 2018 में बाघों की संख्या 2,967 थी वहीं 2014 में ये संख्या 2,226 थी. बाघों की संख्या बीते चार सालों में 6.7 फ़ीसदी बढ़ गई है.
भारत ने बाघ संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक अप्रैल, 1973 को ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ की शुरुआत की. शुरू में इसमें 18,278 वर्ग किलोमीटर में फैले नौ बाघ अभयारण्य शामिल थे. वर्तमान में इसके तहत 75,000 वर्ग किलोमीटर (देश के भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 2.4 प्रतिशत) से अधिक में फैले 53 बाघ अभयारण्य शामिल हैं. प्रधानमंत्री ने सुंदर बांदीपुर बाघ अभयारण्य में बिताया जहां उन्होंने जीप सफारी की और वन्य जीवन, प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता की झलक देखी. उन्होंने कहा, भारत एक ऐसा देश है जहां प्रकृति की रक्षा करना इसकी संस्कृति का हिस्सा है. हम पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था के बीच संघर्ष में विश्वास नहीं करते हैं, लेकिन दोनों के बीच सह-अस्तित्व को महत्व देते हैं.