
रायपुर : छत्तीसगढ़ के कई जिलों में सोमवार को भी पश्चिम मध्यप्रदेश के ऊपर सक्रिय द्रोणिका के असर से अंधड़ के साथ बारिश का अनुमान बताया गया है. मौसम विभाग ने प्रदेश के 13 जिलों में यलो, एक में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के अनुसार ऊपरी हवा का एक चक्रवात पश्चिम मध्यप्रदेश के ऊपर सक्रिय है. दूसरा पश्चिम राजस्थान उसके आसपास 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक है. एक द्रोणिका उत्तर छत्तीसगढ़ से होते हुए उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है.
हवा की अनियमित गति दक्षिणी कर्नाटक से पश्चिम विदर्भ तक 0.9 ऊंचाई तक विस्तारित है. प्रदेश में 20 मार्च को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की भी संभावना है.
पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण में मार्च में अब तक जमकर पानी गिर चुका है. पिछले 24 घंटे के दौरान भी जमकर वर्षा हुई. रविवार शाम को भी राजधानी रायपुर, भिलाई, दुर्ग और राजनांदगांव सहित पश्चिम छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में जमकर बारिश हुई.
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों तक प्रदेश में बादल और बारिश के हालात रहेंगे. राज्य के कुछ हिस्सों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने और कहीं-कहीं पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है.
सबसे ज्यादा बारिश बस्तर संभाग में
पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बस्तर संभाग में बारिश हुई है. गीदम में 67, दंतेवाड़ा में 65, कुआकोंडा में 62, बस्तर-बास्तानार-सुकमा में 58, लोहंडीगुड़ा में 48, जगदलपुर में 46, कांकेर के पखांजूर में 53, भैरमगढ़ में 38, उसूर में 35, नारायणपुर में 29 मिमी पानी बरसा. मार्च के महीने में अब तक पूरे प्रदेश में 17.8 मिमी पानी गिर चुका है. यह औसत से 170 फीसदी अधिक है.