
एनवाईके दुर्ग के वर्कशॉप में छात्रों को मिला करियर गाइडेंस
उतई/दुर्ग- नेहरू युवा केन्द्र दुर्ग युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा युवा शक्ति सामाजिक संगठन के सहयोग से ग्राम रिसामा में करियर गाइडेंस कार्यशाला का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि दुर्ग जिला पंचायत कृषि सभापति योगिता चंद्राकर, अध्यक्षता नेहरू युवा केन्द्र दुर्ग जिला युवा अधिकारी नितिन शर्मा, विशिष्ट अतिथि व वक्ता के रूप में आईटी एंड एनआईसी भारत सरकार के निदेशक सत्येश कुमार शर्मा, विप्रो के सॉल्यूशन आर्किटेक्ट इंजीनियर किशोर गुप्ता, ब्यूरोक्रेट्स एकेडमी के संचालक लक्ष्मीकांत निषाद, छग राज्य ग्रामीण बैंक प्रधान कार्यालय रायपुर के सहायक प्रबंधक नवीन शर्मा, माइंड पॉवर ट्रेनर जितेंद्र सोनी, रुंगटा कालेज भिलाई के सहायक प्राध्यापक आदित्य भारद्वाज व प्रवीण मिश्रा, शैलदेवी महाविद्यालय अंडा के सहायक प्राध्यापक ढाल सिंह, समाजसेवी अजय चतुर्वेदी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए.
कार्यक्रम में युवाओं को सभी विषय विशेषज्ञों ने सम्बन्धित क्षेत्रो के सम्बंध में मार्गदर्शन प्रदान करते हुए स्कूल में विषय चयन, आत्मआंकलन, स्व-जागरूकता, पीयर प्रैशर से बचने, व्यसन व कुसंगति से बचने, परीक्षा की तैयारी करने में सावधानियां, लक्ष्य निर्धारण, समय प्रबंधन, मिस-गाइडिंग व भ्रामक प्रचार से बचने, स्वच्छ जीवनचर्या जैसे अनेक विषयों पर सूक्ष्मता से मार्गदर्शन प्रदान किया गया. साथ ही युवामन के जिज्ञासाओं व शंकाओं को प्रश्नोत्तरी के माध्यम से दूर किया गया.
कृषि सभापति योगिता चंद्राकर ने कार्यक्रम की तारीफ़ करते हुए कहा करियर गाइडेंस की जरूरत किशोरावस्था व युवावस्था के दौरान ही सबसे अधिक होती है. इस दौरान जिन्हें सही मार्गदर्शन मिलता है, उन्हें सफलता प्राप्त करने में आसानी होती है और जिन्हें उचित मार्गदर्शन नहीं मिलता है वे भटकाव की स्तिथि में रहते हैं. नेहरू युवा केन्द्र को सफल आयोजन की बधाई देते हुए कहा यह कार्यक्रम अत्यंत सार्थक एवं अनुकरणीय कार्यक्रम है.
कार्यक्रम को सफल बनाने में राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक यादवेंद्र साहू, युवा शक्ति संगठन के अध्यक्ष उमेन्द्र निर्मलकर, खिलेश कुमार पटेल, भूपेंद्र पटेल, कीरत साहू, कमलेश पटेल, कुसुम पटेल, चेतना, उमा साहू, पायल, मेघा, कोयल साहू, शौर्य युवा संगठन के गायत्री निषाद, त्रिलोचन निषाद, पूर्णिमा यादव, कर्मवीर संगठन के केवल देवांगन, शैलदेवी महाविद्यालय के समाजकार्य विभाग के छात्रों का विशेष योगदान रहा.