
शिक्षा के अधिकार के संबंध में शिकायत मिलने पर होगी सख्त कार्रवाई
डिप्टी कलेक्टर अमीय श्रीवास्तव को आरटीई के लिए किया गया नोडल अधिकारी नियुक्त
राजनांदगांव – कलेक्टर डोमन सिंह ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक ली. कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि शिक्षा के अधिकार से संबंधित कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए. किसी तरह की शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत पारदर्शिता के साथ कार्य करें. उन्होंने कहा कि राज्य शासन के निर्देशानुसार विद्यालयों में विगत वर्ष दर्ज संख्या के 25 प्रतिशत सीट में शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत विद्यार्थियों की भर्ती की जानी है. निर्धारित नियमों का पालन करते हुए सभी कार्य करें.
उन्होंने कहा कि शिक्षा के अधिकार की वे स्वयं समीक्षा करेंगे तथा इसके लिए उन्होंने डिप्टी कलेक्टर अमीय श्रीवास्तव को आरटीई के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया. कलेक्टर ने समर कैम्प के लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि मोर संगवारी अभियान के अंतर्गत कम्प्यूटर से जुड़े महत्वपूर्ण कार्य के साथ ही विभिन्न खेलों की जानकारी, शैक्षणिक प्रतियोगिता, इंग्लिश स्पीकिंग के साथ अच्छी प्रेरणादायक फिल्म भी बच्चों को दिखाएं तथा पहाड़ा याद कराएं. उन्होंने कहा कि शिक्षा से जुड़े सभी अधिकारी कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करें. साथ ही नियमित कार्य के अलावा नवाचार को बढ़ावा दें. उन्होंने कहा कि ऐसे भवन जो ग्राम पंचायतों में अधूरे पड़े हैं उन्हें चिन्हांकित कर जानकारी भेंजे ताकि जीर्णोद्धार किया जा सके और भवन का उपयोग किया जा सके.
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि सभी बीईओ एवं बीआरसी अपने स्कूल को आदर्श स्कूल बनाने की दिशा में विशेष पहल करें. इसमें जनसहभागिता बढ़ाने की जरूरत है. आदर्श स्कूल मापदण्ड के अनुरूप होना चाहिए जहां अधोसंरचना के साथ ही अन्य सुविधाएं उपलब्ध रहें. उन्होंने जिले में सुग्घर पढ़वैया कार्यक्रम में प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के बच्चों में अपेक्षित दक्षताओं का आंकलन करने हेतु प्रदेश में पहले स्थान पर रहने के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि जिले में नवाचार करते हुए सभी विकासखंडों में हट बनाए जा रहे हैं. इसके लिए विशेष रूप से रूचि लेकर कार्य करें. उन्होंने प्राथमिक शाला चवेली, करमरी, डुमरडीह, माथलडबरी, आरी, माड़ीतराई सहित अन्य स्कूलों में बन रहे हट के संबंध में जानकारी ली. उन्होंने कहा कि जिले में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए स्मार्ट टीवी के लिए जनसहभागिता से अभियान चलाया गया. छोटे बच्चों को पाठ समझाने के दृष्टिकोण से यह बहुत उपयोगी है.
उन्होंने कहा कि स्मार्ट टीवी को सुरक्षित रखें. बच्चों के पाठ्यक्रम से संबंधित कोर्स पेनड्राइव के माध्यम से सभी स्कूलों में लगातार चलते रहे. उन्होंने कहा कि बॉउंड्रीवाल में ड्राईंग और एक्टीविटी प्रारंभ करवायें. उन्होंने बताया कि जिले के गंभीर कुपोषित बच्चों को लक्षित करते हुए बच्चों को गोद लिया जा रहा है और उन्हें नि:शुल्क पौष्टिक आहार दिया जा रहा है. स्वयं सेवी संस्थाओं की इसमें भरपूर मदद मिल रही है. सभी नागरिक तथा अधिकारी-कर्मचारी बच्चों को पौष्टिक आहार किट देने के लिए गोद ले सकते हैं. उन्होंने स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल, बालवाड़ी, जाति, निवास, मध्यान्ह भोजन, छात्रवृत्ति, मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना सहित अन्य योजना की समीक्षा की. जिला शिक्षा अधिकारी श्री राजेश सिंह ने बताया कि जिले में शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा हेतु शासन के निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप शैक्षणिक सत्र 2022-23 की दर्ज संख्या के अनुपात में कुल 2 हजार 431 सीट आबंटित हुई है. निजी विद्यालयों के आरटीई संबंधित प्रक्रिया, दस्तावेजों के सत्यापन के लिए शासकीय स्कूल के प्राचार्यों को नोडल अधिकारी बनाया गया है. इस अवसर पर जिला परियोजना अधिकारी साक्षरता रश्मि सिंह, डीएमसी सतीष ब्यौहरे सहित सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.