
रायपुर : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर बेबाकी से बोलने के लिए जाने जाते हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में भी शशि थरूर ने बेबाकी से अपनी राय रखी. उन्होंने अपनी ही पार्टी में विचारधारा को लेकर पूरी तरह स्पष्टता होने की पैरवी की.
उन्होंने कहा, कांग्रेस बिलकिस बानो आक्रोश, ‘गोरक्षा’ के नाम पर हत्या और इसी तरह के अन्य मुद्दों पर अधिक मुखर हो सकती थी. भारतीय लोग हमसे समर्थन चाहते हैं. अगर हम नहीं बोल रहे हैं, तो हम अपनी मूल जिम्मेदारी छोड़ रहे हैं. थरूर ने कहा, मैंने उस हिंसा के बारे में बात की जो ‘गौ रक्षक’ के नाम पर की जा रही है. कांग्रेस पार्टी की विचारधारा अन्याय के खिलाफ बोलने के विचार से जुड़ी है.
उन्होंने कहा, हमें समावेशी भारत के पक्ष में अपने वैचारिक रुख में बिल्कुल स्पष्ट होना चाहिए. हमारी विविधता और बहुलवाद की रक्षा करना कांग्रेस का मूल संदेश होना चाहिए. हमें इस अस्वीकार्य असमानता को समाप्त करने के लिए एक प्रगतिशील आर्थिक नीति के एजेंडे की रूपरेखा तैयार करनी चाहिए.
थरूर ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस मजबूत हुई है. माना राह कठिन है पर चलना होगा, हमको खुद सूरज बनकर जलना होगा. कुछ इस तरह शायरी से उन्होंने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि भारत सभी भारतवासियों का है. भारत के लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हमे हर संभव प्रयास करना चाहिए साथ ही कांग्रेस को अपने संस्थापक मूल्यों के लिए खड़ा होना चाहिए.