
सत्र 1997 में शिक्षा के क्षेत्र में नींव रखकर प्रारंभ हुआ है भारती कॉलेज. वर्ष 2000 में कृषि महाविद्यालय के रूप में अपनी यात्रा शुरू करने वाला भारती कॉलेज ऑफ ग्रुप, अल्पकाल में ही बड़ी उपलब्धियों को हासिल करने में सफल रहा है. सत्र 2021 अगस्त में भारती विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त किया है. शहर के हृदय स्थल पुलगांव चौक, दुर्ग स्थित भारती विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अनेक मुकाम हासिल किये हैं. कृषि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कृषि महाविद्यालय प्रारंभ करने के एक साल बाद 2001 में भारती कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग का भी शुभारंभ कर दिया गया. सन् 2005 में भारती कॉलेज ऑफ इनफार्मेशन टेक्नॉलाजी की स्थापना हुई तथा इसके बाद सन् 2008 में भारती कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नॉलाजी भी अस्तित्व में आ गया.
राज्य में सर्वाधिक प्लेसमेंट का रिकार्ड कायम करने के कारण बेस्ट प्राइवेट एग्रीकल्चर एवं एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग कॉलेज ऑफ छत्तीसगढ़ 2017 का अवार्ड मिला. इसके साथ ही बेस्ट प्राईवेट आयुर्वेद कॉलेज ऑफ छत्तीसगढ़ 2017 का अवार्ड तत्कालीन मुख्यमंत्री के द्वारा प्रदान किया गया. अधिक से अधिक लोगों को कौशलयुक्त बनाकर रोजगार योग्य बनाने के लिए भारती पॉलीटेक्नीक की स्थापना सन् 2013 में की गई.
भारती विश्वविद्यालय के संचालक सुशील चंद्राकर ने बताया कि छत्तीसगढ़ में चिकित्सा शिक्षा को उन्नत करने के लिए वर्ष 2015 में भारती आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल की स्थापना की गई. कॉलेज के विद्यार्थी प्रतिवर्ष विश्वविद्यालय की मैरिट सूची में अपना नाम दर्ज कराते आ रहे हैं. यहां के विद्यार्थी विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करते आ रहे हैं. देश के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में फेलोशिप प्राप्त कर उच्च शिक्षा ग्रहण कर राज्य को गौरवान्वित कर रहे हैं. इसी कड़ी में वर्ष 2016 और वर्ष 2018 में क्रमशः भारती कॉलेज ऑफ नर्सिंग और भारती कॉलेज ऑफ फॉर्मेसी की भी स्थापना कर दी गई. भारती इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी की स्थापना वर्ष 2019 में हुई.
उन्होंने कहा कि संस्थान का प्रमुख उद्देश्य राज्य के सामान्य एवं निर्धन विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने के साथ ही उन्हें स्वरोजगारोन्मुखी बनाना एवं उज्जवल भविष्य प्रदान करना है. संस्थान के अथक प्रयास से राज्य के लगभग 2130 योग्य विद्यार्थियों को रोजगार का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है एवं आगे भी संस्थान इसके लिए संकल्पित है.
वर्तमान में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर ने शैक्षणिक सत्र 2019-20 और 2020-21 के लिए विश्वविद्यालय के विभिन्न पदों हेतु योग्य पाए गए विद्यार्थियों की सूची जारी की है. जिसमें भारती कृषि महाविद्यालय की छात्रा को अलग-अलग शैक्षणिक सत्रों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने हेतु दो स्वर्ण पदक तक पहुंच चुके हैं.
राज्य में उच्च शिक्षा को दृष्टिगत रखते हुए, वर्ष 2021 में भारती विश्वविद्यालय दुर्ग की स्थापना छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय (स्थापना एवं संचालन) संशोधन अधिनियम 2021 के प्रकाशन के साथ की गई. भारती विश्वविद्यालय द्वारा वर्तमान में 15 संकायों का संचालन किया जा रहा है. इनमें कला / मानविकी सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, शिक्षा / शिक्षक प्रशिक्षण, इंजीनियरिंग / प्रौद्योगिकी / डिजाइन, स्वास्थ्य एवं संबंद्ध विज्ञान, व्यापार, प्रशासन / वाणिज्य / प्रबंधन / वित्त, पुस्तकालय और सूचना विज्ञान, विधि, पत्रकारिता / जनसंचार / मीडिया, होटल एवं प्रबंधन, अभियांत्रिकी / प्रौद्योगिकी / वास्तु शिल्प / डिजाइन, आयुर्वेद / हेल्थ एंड एलाइड साइंस / पैरामेडिकल नर्सिंग फार्मेसी, फाइन आर्ट / परफॉर्मिंग आर्ट/विजुअल आर्ट/एप्लाइड आर्ट, पुनर्वास विज्ञान, संस्कृत साउन्डिंग डिग्रियाँ संचालित की जा रही हैं.