
रायपुर- झीरम नक्सली हमला को छत्तीसगढ़ का अब तक का सबसे बड़ा नरसंहार माना जाता है. जिसमें कई कांग्रेसी नेताओं समेत दूसरे लोगों की मौत हुई थी. इस घटना के बाद किस तरह की वेदना लोगों को झेलनी पड़ी इसे लेकर एक फिल्म बनाई जा रही है. जिसकी शूटिंग बहुत जल्द छत्तीसगढ़ में शुरु की जाएगी. फिल्मकारों के मुताबिक इस हमले का मुख्य टारगेट बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा थे.. नक्सलियों ने झीरम घाटी हमले में महेंद्र कर्मा के शरीर को गोलियों से छल्ली कर दिया था.
छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार द्वारा फिल्म विकासय निगम का गठन कर अब 327 एकड़ भूमि में फिल्म सिटी बनाने की जो कार्य कर रही है. सिनेमा जगत के लिये ये एक नये अध्याय की शुरूवात की है. इससे न सिर्फ भारत बल्कि विश्व सिनेमा में भी छत्तीसगढ़ प्रदेश का नाम भी रोशन होगा.
फिल्म के निर्देशक दिनेश सोनी ने कहा कि ‘मैं झीरम घाटी पर इसलिए फिल्म बनाना चाहता हूं. क्योंकि यह बेहद ही हिंसात्मक घटना है. हमारे देश के लिए साथ ही पूरे छत्तीसगढ़ के लिए बहुत ही दुखद घटना थी. इसमें बड़े नेताओं ने शहादत दी है. अगर इस तरह की घटना नेताओं के साथ होती रहेगी तो समाज को क्या मैसेज जाएगा. समस्या का और भी समाधान हो सकता था. किसी की मृत्यु या खून खराबा करके कोई सॉल्यूशन नहीं निकाला जा सकता. इस फिल्म को बनाने के माध्यम से मेरा प्रयास रहेगा कि मैं समाज को यह संदेश दूं कि दोबारा इस तरह की घटना ना हो. हिंसा से कोई सॉल्यूशन नहीं होता
इस फिल्म के लेखक हैं कौशिक विकास और संगीतकार राजेश शर्मा. वहीं लाइन प्रोड्यूसर राहुल श्रीवास्तव और फिल्म के निर्देशक दिनेश सोनी हैं.