
चोर गिरोह का भंडाफोड़: नाबालिग समेत 3 गिरफ्तार, 4 लाख का माल बरामद
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही- गौरेला के मड़ना डिपो इलाके में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं को लेकर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लगभग चार लाख रुपये का चोरी का माल बरामद किया गया है.
चोरी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक सुरजन राम भगत के निर्देशन में त्वरित कार्रवाई की गई. संदेह था कि इन घटनाओं के पीछे एक ही गिरोह सक्रिय है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल के मार्गदर्शन एवं एसडीओपी गौरेला श्याम सिदार की निगरानी में साइबर सेल की टीम को तकनीकी विश्लेषण और सूचना संकलन के लिए लगाया गया. साइबर सेल द्वारा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज, तकनीकी इनपुट एवं मुखबिर तंत्र के माध्यम से आरोपियों की पतासाजी कर उन्हें चिन्हित किया गया और गिरफ्तार किया गया.
जांच में दो अलग-अलग प्रकरणों का हुआ खुलासा
पहला मामला 5-6 जुलाई 2025 की दरम्यानी रात प्रार्थी फजल इलाही के घर मरना डिपो में हुई चोरी से संबंधित है, जिसमें सोना-चांदी, नगदी सहित कुल 2,20,000 की चोरी की गई थी.
दूसरा मामला 5-6 मई 2025 की रात मड़ना डिपो क्षेत्र में हुई चोरी से जुड़ा है. इन दोनों मामलों में पुलिस ने नवीन जायसवाल पिता राजेश जायसवाल उम्र 22 वर्ष निवासी मड़ना डिपो, दुर्गेश रजक पिता दशरथ रजक उम्र 19 वर्ष निवासी कल्लू मोहल्ला गौरेला तथा एक विधि से संघर्षरत बालक को गिरफ्तार किया है.
जांच के दौरान आरोपी नवीन जायसवाल के कब्जे से चोरी गए सोने के आभूषण, दो नग मोबाइल फोन एवं दो नग डीवीआर जब्त किए गए. आरोपी दुर्गेश रजक से 1000 नकद तथा चोरी की राशि से खरीदा गया एप्पल कंपनी का मोबाइल फोन बरामद किया गया. वहीं विधि से संघर्षरत बालक के कब्जे से चोरी गए सोने के आभूषण एवं मोबाइल फोन जब्त किए गए. आरोपियों से कुल बरामदगी में सोना-चांदी, विभिन्न कंपनियों के मोबाइल फोन, डीवीआर तथा नगद मिलाकर कुल अनुमानित जुमला मूल्य लगभग 4,00,000 आंका गया है. प्रकरण में अग्रिम विवेचना जारी है.
इस कार्रवाई में साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक सुरेश ध्रुव, प्रधान आरक्षक रवि त्रिपाठी, आरक्षक चौपाल कश्यप, राजेश शर्मा एवं इंद्रपाल आर्मो की महत्वपूर्ण भूमिका रही. साथ ही थाना गौरेला प्रभारी अंजना केरकेट्टा एवं उप निरीक्षक रामनिवास राठौर ने भी पूरी टीम के साथ समन्वय बनाकर प्रकरण के खुलासे और विवेचना में अहम योगदान दिया.