जिले के विद्यालयों में दर्ज संख्या के अनुपात से शिक्षकों की होगी व्यवस्था
रायपुर – राज्य शासन के दिशा निर्देशों के तहत कोरबा जिले में अतिशेष शिक्षको की पदस्थापना के बाद भी रिक्त शिक्षकों के पदो और विद्यार्थियों के दर्ज संख्या के हिसाब से कम हो रहे शिक्षकों की प्रतिपूर्ति के लिए कलेक्टर अजीत वसंत ने सार्थक कदम उठाया है. उन्होंने जिले के विद्यालयों में शिक्षकों तथा भृत्यों के रिक्त पदो की संख्या जुटाकर जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) से मानदेय के आधार पर 480 अतिथि शिक्षकों और 351 भृत्यों के भर्ती का निर्णय लिया है. इन अतिथि शिक्षकों में प्राथमिक शाला के 243, माध्यमिक शाला के 109 और हाई तथा हायर सेकेण्डरी स्कूलों में व्याख्याताओं के 128 पदो पर भर्ती की जायेगी. खास बात यह है कि विगत शिक्षण सत्र में अतिथि शिक्षक के रूप में कार्य करने वाले शिक्षकों को इस सत्र की नियुक्ति में प्राथमिकता दी जायेगी. इसके साथ ही भृत्यों एवं अतिथि शिक्षकों को गत वर्ष दिये जाने वाले मानदेय में भी वृद्धि कर दी गई है.
कलेक्टर द्वारा जिले में शैक्षणिक माहौल को बेहतर बनाने के साथ ही स्कूलों में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या के अनुपात में शिक्षक उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इस सत्र में भी डीएमएफ से अतिथि शिक्षकों के नियुक्ति का निर्णय लिया है. पूर्व में डीएमएफ के शासी परिषद के बैठक में लिये गये निर्णयों के अनुरूप वर्तमान शिक्षण सत्र में भी अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति का अनुमोदन किया गया है. कलेक्टर ने युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में अतिशेष शिक्षकों के समायोजन के पश्चात जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से उन सभी विद्यालयों की जानकारी मंगाई थी, जहां विद्यार्थियों के दर्ज संख्या के अनुपात में शिक्षकों की आवश्यकता है. जिला शिक्षा अधिकारी से जानकारी प्राप्त होने के बाद कलेक्टर द्वारा विद्यालयों में आवश्यक कार्य हेतु मानदेय के आधार पर 351 भृत्यों के भर्ती की स्वीकृति दी गई है. इसी तरह प्राथमिक शाला के 243, माध्यमिक शाला के 109 और हाई तथा हायर सेकेण्डरी स्कूलों में व्याख्याताओं के 128 पदो पर मानदेय के आधार पर भर्ती की स्वीकृति प्रदान की गई है.
कलेक्टर श्री वसंत ने नियुक्ति प्रक्रिया में निर्धारित नियमों का पालन करने और पूर्व में कार्य कर चुके भृत्यों और शिक्षको को प्राथमिकता देते हुए भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण्करने के निर्देश दिए हैं, ताकि विद्यार्थियों को विद्यालय में शिक्षक की कमी महसूस न हो और उनका पाठ्यक्रम (सिलेबस) समय पर पूरा होने के साथ ही उन्हें जो शिक्षा मिलनी चाहिए वह मिल सकें. जिला खनिज न्यास मद अंतर्गत इन शिक्षकों की नियुक्ति जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मेरिट लिस्ट के आधार पर होगी. यह नियुक्ति अस्थाई होगी और विद्यालयों में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी को दूर करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा.
मिलेगा बढ़ा हुआ मानदेय
डीएमएफ से की जा रही भर्ती में अतिथि शिक्षकों को इस सत्र में गत वर्ष की तुलना में बढ़ा हुआ मानदेय दिया जाएगा. इस सत्र में भृत्य को 8500, प्राइमरी स्कूल के अतिथि शिक्षकों को 11 हजार, मिडिल स्कूल के अतिथि शिक्षकों को 13 हजार और हाई-हायर सेकेण्डरी के अतिथि व्याख्याताओं को 15 हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा. विगत वर्ष भृत्य को 8000, प्राइमरी स्कूल के अतिथि शिक्षकों को 10 हजार, मिडिल स्कूल के अतिथि शिक्षकों को 12 हजार और हाई-हायर सेकेण्डरी के अतिथि व्याख्याताओं को 14 हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय दिया गया था.