
आरोपी रांची में मोबाईल बंद कर साऊथ इंडिया की ओर भागने की थी प्लानिंग
बेल्ट से बारी-बारी से गला घोंटकर नदी में शव को दफन कर दिया था आरोपी ने
जशपुर- जिले में हुए तिहरे मर्डर मामले में पुलिस ने आरोपी को रांची से गिरफ्तार किया है. आरोपी मृतका का प्रेमी ही निकला है. उसने चरित्र शंका पर महिला और उनके दो बच्चों की बेल्ट से बारी-बारी से गला घोंटकर हत्या की थी और शवों को नदी किनारे दफना दिया था. आरोपी साउथ इंडिया भागने की फिराक में था, जिसे पुलिस ने रांची से धर दबोचा. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है. SSP शशि मोहन सिंह ने आरोपी की गिरफ्तार के लिए पुलिस की 05 अलग-अलग टीम को लगाया गया था. आरोपी ने घटना घटित करने के बाद आत्मग्लानि से जहर का सेवन कर लिया था, इलाज के बाद हालत स्थिर है. पूरा मामला तपकरा थाना क्षेत्र के साजबहार का है.
पुलिस को 23 जून को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति शराब के नशे में बोल रहा था कि वह साजबहार एक महिला और दो बच्चों को मारकर उतियाल नदी किनारे दफना दिया है. इस सूचना पर पुलिस की टीम तत्काल साजबहार (उतियाल नदी) में जाकर तस्दीक करने मौके पर गई एवं 02 घंटे तक मशक्कत कर उभार वाले रेत को बारी-बारी से हटाकर एक बच्चा (उम्र लगभग 06 साल) एवं एक बच्ची (उम्र लगभग 14 साल) का शव बरामद किया. कुछ दूर आगे जंगल में एक महिला (उम्र लगभग 36 साल) का शव मिला, जिसकी पहचान परिजनों एवं साजबहार के ग्रामीणों ने की. इसके बाद पुलिस ने अपनी विवेचना प्रारंभ की. जांच के दौरान पता चला कि मृतका सुभद्रा ठाकुर का गांव के ही प्रमोद गिद्धी से संबंध है. यही व्यक्ति था जो नशे में तीन लोगों की हत्या की बात कही थी और वह फरार भी था. इसके बाद पुलिस की टीम उसकी खोजबीन में जुट गई. प्रमोद गिद्धी के सारे दोस्त एवं रिश्तेदारों के यहां पुलिस की अलग-अलग टीम लगातार दबिश दे रही थी, चूंकि प्रमोद गिद्धी पहले भी रांची में काम करने गया था, इसी संभावना पर एक टीम रांची की ओर भेजी गई थी. पूछताछ में आरोपी ने बताया कि प्रेम संबंध और चरित्र शंका पर सुभद्रा ठाकुर की बेल्ट से गला घोंटकर हत्या की. उसके बाद दोनों बच्चों की भी बारी-बारी से हत्या की. अपराध कबूल करने पर पुलिस ने आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है.
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने घटना के संबंध में बताया कि तिहरे हत्याकांड के आरोपी को पकड़ना पुलिस के लिए बहुत बड़ी चुनौती थी. 05 अलग-अलग पुलिस की टीम बनाकर संभावित ठिकानों पर दबिश जा रही थी. अंततः प्रत्याशा में रांची भेजी गई एक टीम ने उसे गिरफ्तार कर लाया है. गिरफ्तारी में सम्मिलित पुलिस टीम को नगद ईनाम से पुरस्कृत किया गया है.