
7 जुलाई को कांग्रेस अध्यक्ष साइंस कॉलेज में ‘‘किसान, जवान, संविधान’’ सभा को करेंगे संबोधित
रायपुर- कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव, छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने राजीव भवन में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया. उन्होंने बताया कि 7 जुलाई को कांग्रेस पार्टी राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में ‘‘किसान, जवान, संविधान’’ सभा का आयोजन करने जा रही है. इस सभा को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी संबोधित करेंगे.
श्री सचिन पायलट ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस की सक्रियता तथा विभिन्न मुद्दों पर किये जा रहे आंदोलनों की सराहना किया तथा कहा कि कांग्रेस हर वर्ग की पीड़ा को लेकर लड़ाई लड़ रही है. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत की भी तारीफ करते हुये कहा कि वे लगातार सदन के बाहर, भीतर जनता की आवाज उठा रहे, सरकार को आईना दिखा रहे है.
भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही
एआईसीसी महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने पत्रकारां से चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही. साय सरकार ने डेढ़ साल में राज्य में चल रही 17 से अधिक जनकल्याणकारी योजनायें बंद करने के बाद भी 37,000 करोड़ से अधिक का कर्जा डेढ़ साल में सरकार ने ले लिया. कानून व्यवस्था की हालात बदतर हो गये. राज्य में एसपी कलेक्टर कार्यालय जला दिया गया, हत्या, बलात्कार, लूट, डकैती की घटनायें बढ़ गयी. पुलिस अभिरक्षा में मौतें हो रही. किसानों से किया वादा सरकार पूरा नहीं कर रही.
भाजपा सरकार के डेढ़ साल में राज्य की बेरोजगारी दर बढ़ गयी. कांग्रेस सरकार के समय राज्य की बेरोजगारी दर ) प्रतिशत थी. भाजपा ने वादा किया था पांच साल में 1 लाख युवाओं को नौकरी देंगे. इस वादे के अनुसार 1 साल में 21 हजार युवाओं को नौकरी मिलना था लेकिन भाजपा सरकार ने डेढ़ साल में सरकारी नौकरियों की भर्ती ही नहीं निकाला. 33 हजार शिक्षकों के पद खाली है, भाजपा सरकार ने नियुक्तियां नहीं निकाल रही है, बस्तर कनिष्ठ चयन बोर्ड को लगभग बंद कर दिया.
कानून व्यवस्था बदहाल हो चुकी है
एआईसीसी महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार और कुशासन का दौर हावी है. साय सरकार के डेढ़ साल में विष्णु का सुशासन तो दूर विष्णु की सरकार कही नहीं दिख रही. कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गयी. एसपी कलेक्टर कार्यालय जला दिया गया. हत्याओं का नया रिकॉर्ड बन गया. प्रदेश में मॉब लिंचिंग शुरू हो गयी आरंग में दो लोगों की पीट-पीट कर हत्या हो गयी. राजधानी में 6 बार गोली बारी हो गयी. गौ तस्करी की घटनायें शुरू हो गयी. महिलाओं के प्रति अपराधों में बढ़ोतरी हो गयी, पोटाकेबिन में बच्ची की जलकर मौत, अबोध बच्ची मां बनी, नारायणपुर में मासूम बच्चियों से स्कूल में छेड़खानी हो गयी. बलात्कार, सामूहिक बलात्कार की घटनायें बढ़ गयी. लूट, अपराध, डकैती, चाकूबाजी की घटनाएं बढ़ गयी. अपराध और अपराधी बेलगाम हो चुके है. नक्सलवादी घटनाओं में बढ़ोत्तरी हो गयी. नक्सली घटनाएं बढ़ गयी, सरकार ने डेढ़ साल में कोई घोषित नक्सल नीति नहीं बनाया. रोज नक्सली हत्यायें कर रहे सरकार बयान देने तक सीमित है. रेत के दाम तीन गुना बढ़ गये. भाजपाई सत्ताधीशों और रेत माफियाओं के बीच सांठगांठ हो गयी है, रेत के कारोबार में रोज खून बहाया जा रहा है.
खाद बीज का अभूतपूर्व संकट, डीएपी के लिये भटक रहे है किसान
सचिन पायलट ने कहा कि मानसून की दस्तक शुरु हो गयी है. खरीफ की बुवाई, खाद और बीज की कमी के कारण प्रभावित हो रहा, भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार छत्तीसगढ़ के अन्नदाता किसानों की समस्या का कोई ख्याल नहीं. मानसून बस्तर आ चुका है, पूरे प्रदेश में खरीफ फसल के बुवाई की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है, खुर्रा वाले किसान प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं, लेकिन प्रदेश में खाद और बीज की समुचित व्यवस्था यह सरकार नहीं कर पाई है. प्रदेश के ज्यादातर सोसाइटी में किसानों को डीएपी की कमी से जूझना पड़ रहा है, ज्यादातर स्थानों पर बोनी और थरहा के लिए बीज भी किसानों को नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते किसान परेशान हैं. पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद की उपलब्धता नहीं होने से किसान परेशान हैं. पहले कहा गया डीएपी के बदले एन.पी.के दिया जायेगा, अब एन.पी.के की कमी हो गयी है. प्रदेश में 3 लाख मी. टन डीएपी की आवश्यकता है, सरकार अभी तक सोसायटियों में 80 हजार मी. टन डीएपी पहुंचा पाई है.
भाजपा सरकार गली, मुहल्लें में शराब बिकवा रही
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ अवैध शराब का केंद्र बन चुका है. पान ठेलो, किराना दुकानों में शराब बिक रही है. साय सरकार गली, मुहल्लों में शराब बिकवा रही, अवैध होलोग्राम लगा कर प्रदेश भर के शराब दुकानों में शराब बेची जा रही, राजधानी में तो एक किराना दुकान में शराब बेची जा रही है. कमोबेश पूरे प्रदेश में यही हालात है. विपक्ष में रहकर पूर्ण शराबबंदी की बात करने वाले शराब की काली कमाई में लगे है. शराबबंदी को लेकर पांच सालों तक हल्ला मचाने वाले भाजपाई बताये शराबबंदी कब होगी? भाजपा के हर छोटे-बड़े नेता ने जनता के बीच घूम-घूम कर शराबबंदी के लिए बढ़-चढ़कर बातें किया था. सरकार में आने के बाद सरकार और भाजपाईयों दोनों के जुबान पर ताला लग गया है. साय सरकार के द्वारा लगातार शराबखोरी को संरक्षण देने वाले निर्णयों से प्रमाणित है कि भाजपा का शराबबंदी के लिए प्रदर्शन केवल राजनैतिक पाखंड था. साय सरकार का शराब प्रेम मनपसंद ऐप और 67 नई शराब दुकान खोलने के निर्णय से स्पष्ट है. भाजपा नेताओं का फोकस केवल कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार में है और इसके लिए प्रदेश की नशे में डुबोने का षड्यंत्र रचा है.
प्रदेश में सरकार के संरक्षण में रेत माफिया हावी है
एआईसीसी महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि प्रदेश में रेत माफिया का आतंक दिनों दिन बढ़ते जा रहा, गोली मार रहे, खनिज विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को रेत तस्कर के गुर्गे दौड़ा कर मार रहे है, शिकायत करने वालों को खंभे से बांधकर पीट रहे, पुलिस आरक्षक को ट्रैक्टर से कुचल कर मार रहे, पत्रकारों को पीट रहे, अब तो धमतरी में उत्खन्न रोकने गई सरकारी जेसीबी के ड्राईवर को चाकू मार दिया गया. बिना सरकार के संरक्षण के पूरे प्रदेश में इस प्रकार की घटनाएं नहीं घट सकती है. शासन में बैठे सत्तारूढ़ दल के नेता खनन माफिया को संरक्षण दे रहे है.
युक्तियुक्तकरण (Rationalization) के नाम पर राज्य में 10463 स्कूलों को बंद किया जा रहा
युक्तियुक्तकरण (Rationalization) रोजगार विरोधी, शिक्षा विरोधी कदम है. छत्तीसगढ़ की भारतीय जनता पार्टी की सरकार शिक्षा विभाग में युक्तियुक्तकरण (Rationalization) का नया खेल खेल रही है. इस युक्तियुक्तकरण (Rationalization) प्रक्रिया से प्रदेश में 45000 से अधिक शिक्षकों के पद समाप्त हो जायेंगे. 10463 स्कूल सीधे तौर पर बंद कर दिये गये है, नये सेटअप के नाम पर स्कूलों में शिक्षकों के न्यूनतम पदो की संख्या में कटौती करके शिक्षक के हजारों पद खत्म कर दिया गया है. रमन सरकार के दौरान भी प्रदेश में 3300 से अधिक स्कूलों को बंद किया गया था, 12000 शिक्षकों के पद को खत्म किया गया था. वर्तमान में छत्तीसगढ़ में प्राइमरी स्कूलों में 21 छात्रो के बीच एक शिक्षक है, इस अनुपात को बढ़ाकर 30 छात्र प्रति शिक्षक और इसी तरह मीडिल स्कूलों में 26 छात्र प्रति शिक्षक के रेसियो को बढ़ाकर 35 छात्र प्रति शिक्षक किया जा रहा है. जिससे शिक्षको के एक तिहाई पद खत्म हो जायेंगे. नये शिक्षकों की भर्तियां न करनी पड़ी इसलिए युक्तियुक्तकरण (Rationalization) कर रही साय सरकार. सरकारी शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने साय सरकार ने षड्यंत्र रचा है. साय सरकार के इस फैसले का सबसे बड़ा नुकसान बस्तर और सरगुजा के आदिवासी अंचलों में पढ़ने वाले बच्चों पर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपनी विफलता छुपाने कांग्रेस के नेताओं को प्रताड़ित कर रही, हम इसका डटकर मुकाबला करेंगे.
पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व उप मुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव, पूर्व अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, मोहन मरकाम, प्रभारी सचिव जरिता लैतफलांग, विजय जांगिड़, राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू, अमरजीत भगत, उमेश पटेल, जयसिंह अग्रवाल, कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, विधायक देवेन्द्र यादव, विकास उपाध्याय, विधायक अटल श्रीवास्तव, गिरीश देवांगन, आकाश शर्मा, सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गण उपस्थित थे.