
सोने के पूर्व और सुबह उठते नो मोबाइल, सूर्योदय के पूर्व करे दिन की शुरुआत: ब्रह्माकुमारी पूनम
भिलाई- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा सेक्टर 7 स्थित पीस ऑडिटोरियम में 3 जून से 11 जन तक 9 दिवसीय नि:शुल्क ‘अलविदा तनाव गुडबाय टेंशन’ शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसमें प्रथम दिवस में इंदौर से पधारी तनाव मुक्ति विशेषज्ञा ब्रह्माकुमारी पूनम दीदी (सी.एस.) ने कही कि जो कुछ हम बार बार सोचते हैं वैसा हमारा जीवन बनता जाता है. हमारे हर संकल्प का प्रभाव जीवन पर पड़ता है. हमारे साथ होने वाली हर घटना के लिए हमारे हर संकल्प जिम्मेदार हैं. आपने चेतन मन (कांशियस माईंड) व अवचेतन मन (सबकांशियस माईंड) के बारे में बताया कि अवचेतन मन हमारा आज्ञाकारी सेवक होता है, उसको जो संकल्प बार-बार देंगे वो पूरा कर देता है. जब हम सुबह सूर्योदय से पूर्व ब्रह्ममुर्त में सोकर उठते हैं तो शुरू के 20 मिनट हमारा अवचेतन मन पूर्ण जागृत अवस्था में रहता है. उस समय जो विचार उसमें डाल देंगे तो वह तथास्तु कर हमारे प्रैक्टिकल जीवन में स्वरूप बन जाता है. इसलिए सूर्योदय से पूर्व उठकर पढ़ना मौन साधना करना अत्यंत लाभकारी है सभी के लिए.
कार्यक्रम का उद्घाटन पायल जैन अध्यक्ष, चेंबर ऑफ कॉमर्स दुर्ग, हंसा शुक्ला प्रिंसिपल, शंकराचार्य कॉलेज, लक्ष्मीबाई,प्रदेश अध्यक्ष, महिला मोर्चा भाजपा, पूर्व जनपद अध्यक्ष, उज्जवल भसीन, प्रदेश महामंत्री, छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स,बंसी अग्रवाल, प्रमुख उद्योगपति एवं अध्यक्ष, अग्रवाल समाज, अनुप गुप्ता, प्रमुख उद्योगपति, अध्यक्ष जिला पतंजलि,डॉ. अंशुमान गोयल, प्रबंधक, स्पर्श हॉस्पिटल, गिरी जी, ई डी डायरेक्टर (माइंस), शंकर कुमार, ई डी (वर्क्स), भिलाई इस्पात संयंत्र अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का विधिवत् उद्घाटन किया.
पूनम दीदी ने मेरा जीवन विघ्नों, तनाव व समस्याओं से मुक्त है, मैं बहुत सुखी हूं ,मैं सर्वशक्तिमान परमात्मा की संतान हूं, सभी समस्याओं, तनाव, दु:खों, बीमारियों से भी अधिक शक्तिशाली मैं हूं, मै भाग्यविधाता परमात्मा का बच्चा बहुत भाग्यवान हूं,मेरे साथ सब कुछ अच्छा चल रहा है व सब कुछ अच्छा ही होगा जैसे विचारों का अभ्यास कराते हुए घर में रात्रि सोने के पूर्व और प्रातः काल करने के लिए होमवर्क के रूप में नोट भी करवाये.
उन्होंने पूरे विश्वास से यह संकल्प करने का आह्वान किया व बताया कि यह सिर्फ भावना नहीं है मन की साइंस है. यदि ऐसा 21 दिन करेंगे तो तथास्तु का वरदान मिल जायेगा. उन्होंने बताया कि रात को सोने से पूर्व भी अवचेतन मन जगा रहता है इसलिए रात्रि को भी ये विचार करते हुए सो जायें. सोने से दो घंटे पूर्व ही मोबाइल, कंप्यूटर इत्यादि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूर हो जायें व सुबह उठने के दो तीन घंटे बाद ही इनका प्रयोग करें तो गुड बाय टेंशन अलविदा तनाव का महामंत्र आपके जीवन का वरदान बन जाएगा. द्वितीय दिवस 4 जून का सत्र खुशियों का उत्सव ,खुशी का रिमोट विषय पर रहेगा.
ज्ञात हो कि ब्रह्माकुमारी पूनम दीदी संपूर्ण मौन में ईश्वरीय महावाक्यों का गहन अध्यन करके अलविदा तनाव शिविर के दौरान ही सभा को संबोधित करती है,जिससे उनकी शक्तिशाली वाणी के ओज से सभी को सहज ही तनावमुक्त स्थिति की अनुभूति होकर जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है.