
रात भर पंडवानी, भरथरी, पंथी, फाग, करमा-ददरिया सहित नाच रंग के आनंद में झूमे लोग
लोक रंगीय आयोजन के बीच नाचा के पुरोधा को किया गया याद
राजनांदगांव- छत्तीसगढ़ी लोक रंग शैली नाचा के पुरोधा दाऊ दुलार सिंह मंदराजी को लोक कलाकारों द्वारा 1 अप्रैल को कन्हारपुरी में लोक रंगीय रंगझाझर आयोजन के बीच याद किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर मधुसूदन यादव थे. अध्यक्षता जिला भाजपा अध्यक्ष कोमल सिंह राजपूत ने की. इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में भाजपा नेता सौरभ कोठारी, रविन्द्र वैष्णव, जिला पंचायत के प्रतिमा चंद्राकर, देव कुमारी साहू उपस्थित थे. दाऊ मंदराजी जयंती के कार्यक्रम में सबसे प्रथम कला पुष्प पहले पंडवानी गायिका तरुणा साहू ने अर्पित की और सैकड़ों की संख्या में उपस्थित भीड़ के बीच महाभारत के द्रोपदी चीर हरण प्रसंग की दमदार प्रस्तुति देकर लोगों का दिल जीत लिया.
पंडवानी गायन की दमदार प्रस्तुति
इस दौरान द्रोपदी चीर हरण की हृदय द्रावक प्रस्तुति से लोगों की आंखें नम हो गई. लोगों ने इस प्रदर्शन पर श्रीमती तरुणा को हार फूलों से लाद दिया. खास बात यह रही कि मंदराजी दाऊ की तरह तरुणा साहू की भी 1 अप्रैल को जन्म दिवस रहा. इस अवसर पर महापौर श्री यादव की उपस्थिति में आयोजन समिति द्वारा कार्यक्रम मंच पर केक काटकर पंडवानी गायिका तरुणा साहू का धूमधाम से जन्म दिन मनाया गया. इस दौरान पर तरुणा साहू के पति (टीआई) एमन साहू भी उपस्थित थे जिन्हें पुष्प हार पहना कर स्वागत किया गया.
इस वर्ष महिला कलाकारो पर केंद्रित मंदराजी जयंती कार्यक्रम में कवयित्री सुषमा शुक्ला अंशुमन ने नारी से संबंधित कविता पाठ कर तालियां बटोरी वहीं भरथरी गायिका रेखा जलछत्री ने ,चंदा-सुरुज धरती ह डोले वो…, गायिका सावित्री कहार ने-चोला माटी के हे राम…मंदराजी सम्मान प्राप्त लोक गायिका कविता वासनिक व जयंती यादव ने एक से बढ़कर एक छत्तीसगढ़ी गीत गायन व जस गीत गायक सुनील बंसोड़ व मनोहर यादव “नूर” (पार्षद) ने हर- हर भोला गुरु महादेव गाकर लोगों को झुमाया वहीं लोक गायक सुनील तिवारी ने देवी गीत सहित अपने सुप्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गीत तथा विष्णु कश्यप ने कायाखंडी भजन गाकर लोगों की वाहवाहियां पाई. इसी तरह तारा भारती की टीम ने पंथी, फाग, व अन्य गीतों की आकर्षक प्रस्तुति देकर लोगों का दिल जीत लिया. इस दौरान बड़ी संख्या में दर्शकों द्वारा उन्हें नगद राशि के इनाम से नवाजा गया.
याद किए जाते रहेंगे मंदराजी दाऊ
कन्हारपुरी में आयोजित मंदराजी जयंती आयोजन में महापौर मधुसूदन यादव ने कहा कि नाचा के पुरोधा मंदराजी दाऊ की कला धार्मिता को नमन करते हुए कहा कि नाचा के प्रति उनका सर्वस्व त्याग और समर्पण को भुलाया नहीं जा सकता. वे हमेशा याद किए जाते रहेंगे. उन्होंने कन्हार पुरी में प्रति वर्ष मंदराजी जयंती कार्यक्रम का आयोजन करने वाले लोक कला धर्मी आत्माराम कोशा “अमात्य” और उनके टीम की सराहना की.महापौर श्री यादव ने इस अवसर पर दाऊ मंदराजी धरोहर मंच द्वारा कन्हारपुरी में दाऊ जी प्रतिमा स्थल के विस्तार – विकास की मांग को पूरा करने की बात कही.
लोक कलाकार की मदद
दाऊ मंदराजी जयंती कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित शहर की समाज सेवी महिला शारदा तिवारी, लक्ष्मी गुप्ता, माया अग्रवाल ने एक्सीडेंट का शिकार होकर ज़ख्मी हुए ज़ख्मी मोखला निवासी लोक कलाकार मोहन साहू को शाल श्रीफल भेंट कर आर्थिक मदद की. वहीं दाऊ मंदराजी धरोहर मंच द्वारा उक्त घटना में टूट-फूट के शिकार हुए वाद्ययंत्र तबले को बनवाया गया. देर रात तक चले मंदराजी जयंती आयोजन में लोक कलाकार, बिसराम साहू (मोखला) टुकेश सहारे (तिलईरवार) नत्थन दास, छन्नुदास व प्रेमलाल साव ने पोंगवा- पंडित नामक ग़म्मत का मंचन किया. इस दौरान हारमोनियम में संगत नाचा कलाकार चतुर सिंह बजरंग, तबले पर राकेश साहू (गुंडरदेही)आर्गन में सुशील कुमार ढोलक पर दिनेश साहू व सुप्रसिद्ध नाचा कलाकार मदन निषाद के सुपुत्र गणेश निषाद ने तबले पर जौहर दिखाया.
दाऊ मंदराजी की पूजा अर्चना
1 अप्रैल को प्रातः कन्हारपुरी में दाऊ मंदराजी की 114 वीं जयंती कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला सहकारी बैंक से अध्यक्ष सचिन बघेल थे. अध्यक्षता सहकारिता सम्मान प्राप्त शशिकांत द्विवेदी ने की विशेष अतिथि भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ प्रभारी राजेश गुप्ता अग्रहरि थे. अतिथि द्वारा दाऊ मंदराजी प्रतिमा की पूजन उपरांत लोक गायक महादेव हिरवानी ने कवि/साहित्यकार व लोक संगीतकार आत्माराम कोशा अमात्य द्वारा रचित-बबा मंदराजी का गायन कर दाऊ जी को कृतज्ञांजलि दी गई.
इस अवसर पर प्रो.के.के दीक्षित, लोक कला व साहित्य अनुरागी- राकेश इंदू भूषण ठाकुर,वार्ड पार्षद मोहिनी ढीरहेर, युवराज ढीरहेर, सीताराम श्रीवास्, राम प्रवेश, नरेंद्र बंजरग, टोपराम साहू, नीलम साहू, गंभीर हिरवानी दुर्गा साहू सहित बड़ी संख्या में वार्डवासी, कवि/ साहित्यकार मानसिंह मौलिक, पवन यादव पहुना, हिपेंद्र साहू, आनन्दराम सार्वा, थंगेश्वर साहू रौशन साहू,व अन्य लोक कलाकार उपस्थित थे.