
48.91 लाख की ऑनलाइन ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, तीन आरोपी गिरफ्तार
बिलासपुर- ऑनलाइन ठगी को अंजाम देने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का बिलासपुर पुलिस ने पर्दाफाश किया है. ऑनलाइन जॉब और वेबसाइट में इन्वेस्टमेंट का झांसा देकर ठगी को अंजाम देने वाले तीन शातिर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला IPS एवं पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह IPS के निर्देशन में साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की.
रेंज साइबर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. तकनीकी साक्ष्यों के साथ पुलिस को इसमें बड़े गिरोह के शामिल होने और आरोपियों के ठाणे, महाराष्ट्र में होने की सूचना मिली. टीम ने थाणे में दबिश देकर आरोपी शाकिब अंसारी, अंसारी मेराज और अंसारी फ़ुजैल को गिरफ्तार किया.
बिलासपुर रेंज साइबर थाना ने 48,91,061 की ऑनलाइन वित्तीय ठगी के एक बड़े मामले में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है. व्हाट्सएप के माध्यम से शिक्षकों एवं अन्य लोगों को पार्ट-टाइम जॉब का झांसा देकर निवेश करवाने और लाखों रुपये की ठगी करने वाले तीन अंतर्राज्यीय अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है.
99 दिनों में 15 करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी का खुलासा
आरोपियों द्वारा 48.91 लाख की ठगी के अलावा, 99 दिनों में 15 करोड़ से अधिक की राशि को USDT (क्रिप्टोकरेंसी) में परिवर्तित कर हेरफेर किया गया. 100 से अधिक बैंक खाते 50 लाख में खरीदे गए और ठगी में उपयोग किए गए. 100 से अधिक फर्जी सिम कार्ड उड़ीसा, झारखंड, बिहार से प्राप्त कर इस्तेमाल किए गए.
गिरफ्तार आरोपी
- शाकिब अंसारी (27 वर्ष) – ₹65 लाख में खरीदी गई जमीन का खुलासा.
- अंसारी मेराज मोहम्मद अकरम (20 वर्ष) – ऑनलाइन ठगी में संलिप्त.
- अंसारी फुजैल अहमद (21 वर्ष) – बैंक खातों और सिम कार्ड के माध्यम से धोखाधड़ी.
जब्त संपत्तियां
65 लाख में खरीदी गई 400 वर्ग फुट जमीन.
11 मोबाइल, 12 सिम कार्ड, बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, सोने-चांदी के बिल.