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शातिर गिरोह का पर्दाफाश : सरकारी जमीन पर कब्जा कर फर्जी रजिस्ट्री पेपर तैयार कर बेचा, 9 आरोपी गिरफ्तार
दुर्ग-भिलाई- सरकारी जमीन पर कब्जा कर फर्जी रजिस्ट्री पेपर बनाकर उसे बेचने वाले नौ सदस्यीय एक शातिर गिरोह का दुर्ग पुलिस ने पर्दाफाश किया है. आरोपियों के पास से पुलिस ने कंप्यूटर सिस्टम, कलर प्रिंटर, नग मोबाइल, आधार कार्ड, फर्जी ऋण पुस्तिका भी जब्त किया है. मामला वैशाली नगर थाना क्षेत्र का है.
फर्जीवाड़ा का खुलासा करते हुए एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि अतिरिक्त तहसीलदार दुर्ग क्षमा यदु ने वैशाली नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बाबा दीपसिंह नगर में स्थित करोड़ों की शासकीय जमीन के फर्जीवाड़े की शिकायत वैशाली नगर थाने में दर्ज करायी थी. 21 मार्च 2023 के इस फर्जीवाड़े प्रकरण में शिकायत किया गया था कि 0.023 हेक्टेयर जमीन जोन कमांक 2 वार्ड नंबर 14 बाबादीप सिंह नगर में कब्जा की गई है, यह जमीन शासकीय जमीन है. लेकिन इसे वार्ड 33 की भाजपा पार्षद एन शैलजा के पति एन धन राजू ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर मुकेश यावने को बेच दिया. एन धन राजू ने उस जमीन को अरविंद भाई के माध्यम से बिकवाया था. उक्त जमीन कागजात में उद्योग विभाग के नाम से दर्ज है.
पुलिस ने जब सरकारी जमीन के फर्जी दस्तोवज तैयार कर बेचे जाने के मामले की जांच शुरू की तो जांच में पता चला कि इस पूरे खेल का मास्टर माइंड भिलाई नगर निगम में वार्ड 33 संतोषी पारा कैंप 2 की भाजपा पार्षद एन शैलजा राजू का पति एन धन राजू और वार्ड 34 वीर शिवाजी वार्ड कैंप 2 से भाजपा पार्षद संतोष नाथ सिंह उर्फ जलंधर हैं.
पुलिस ने जांच में पाया कि 18 जुलाई 2017 को हरीश चंद राठौर ने खसरा 5407/3, 5407/4 रकबा 0.07, 0.09 हेक्टयर को फर्जी पहचानकर्ता खड़ा कर बिकवा दिया. इसके लिए जमीन मालिक अरविंद भाई की जगह पुरुषोत्तम डोंगरे जो कि शांति नगर चिखली जिला राजनांदगांव का निवासी है, उसे खड़ा किया गया. इसी तरह राजनांदगांव के ही रहने वाले तिलकचंद गोडाने और खेमचंद को पहचानकर्ता गवाह की जगह खड़ा किया गया.
गिरफ्तार आरोपी
अरविंद भाई उर्फ पुरूषोत्तम डोंगरे, तिलकचंद गोडाने, हरिशचंद राठौर, संतोष कुमार साहू, दीपक उर्फ दीपू मानिकपुरी,हेंमत सोनवानी, टीकाराम महोबे उर्फ भाउ, संजय शर्मा को गिरफ्तार किया गया है. सरकारी जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसे बेचने वाले इस गिरोह के मास्टर माइंड पुलिस की पकड़ से बाहर है.