चंदूलाल चंद्राकर की जयंती पर उन्हें किया याद
भिलाई- छत्तीसगढ़ के महाननायक, राजनीतिज्ञ, पत्रकार चंदूलाल चंद्राकर जयंती के अवसर पर 1 जनवरी, गुरूवार को सेक्टर-2 शक्ति सदन में चंन्दूलाल की चैलचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित की गई. साथ ही साथ छत्तीसगढ़ में उनके द्वारा किये हुये उल्लेखनीय कार्य को याद किया गया .
चंदूलाल चंद्रकार का जन्म 1 जनवरी 1921 को दुर्ग जिले के अछोटी गांव में जन्म हुआ और 2 फरवरी 1995 को उनका निधन हुआ. विद्यार्थी जीवन में पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ खेलकूद, संस्कृतिक कार्यक्रमों में भी आगे रहे. कॉलेज में अध्ययन करते समय राष्ट्रीय आंदोलन से जुड़े, सन् 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में इनकी गिरफ्तारी भी हुई. कांग्रेस के मुंबई अधिवेशन की प्रभावशाली कवरेज के लिए महात्मा गाँधी ने उनकी प्रशंसा की. ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के संपादक देवदास गाँधी ने अपने पिता महात्मा गाँधी के आदेश पर चंदूलाल चंद्राकर को अपने पत्र में काम करने के लिए आमंत्रित किया.
सन् 1946 में ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के सहायक संपादक,सिटी रिर्पोटर व संपादक बने. उन्होंने वर्ष 1964 से 1980 तक इसके प्रमुख संपादक के रूप में कार्य किया. छत्तीसगढ़ से राष्ट्रीय समाचार पत्र के संपादक पद पर पहुँचने वाले वे पहले व्यक्ति थे. महात्मा गाँधी हत्याकांड मुकदमे के वे विशेष संवाददाता थे.उन्होंने 10 ओलम्पिक तथा 9 एशियाई खेलों की रिर्पोटिंग की. चंदूलाल चंद्राकर जी तीन बार पेरिस एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बने.
वर्ष 1970 में दुर्ग लोकसभा क्षेत्र से उपचुनाव जीतकर स्व.चंदूलाल चंद्राकर पहली बार सांसद बने. वे लोकसभा हेतु पाँच बार निर्वाचित हुए. नागरिक उड्डयन, पर्यटन, कृषि एवं ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री का दायित्व संभालते हुए उन्होने छत्तीसगढ़ और देश की सेवा की. वे अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रहे.
वर्ष 1992 में चंदूलाल चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण सर्वदलीय मंच का गठन किया. इसके अध्यक्ष के रुप में उन्होंने राज्य निर्माण आंदोलन को नई शक्ति प्रदान की. वर्ष 1993 में उन्होंने कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण को प्राथमिकता में शामिल कराने का उल्लेखनीय कार्य किया.
जयंती कार्यक्रम में विधायक प्रतिनिधि राजेन्द्र परगनिया,पार्षद चंद्रभान सिंह ठाकुर, पी.सी.शर्मा,पी.आर.वर्मा, रमेश पाल,राज नारायण,अरविंद सोलंकी आदि उपस्थित रहें.