लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर की कड़ी कार्रवाई की मांग
बलरामपुर – जिले के रामचंद्रपुर इलाके में पंडो जनजाति के 5 लोगों की खून की कमी से मौत हो गई है. सर्व विशेष पिछड़ी जनजाति समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष उदय पण्डो ने सरगुजा संभागायुक्त को लिखे पत्र में बलरामपुर जिला के रामचंद्रपुर ब्लॉक में 12 दिनों के अंदर पंडो विशेष पिछड़ी जनजाति 5 सदस्यों की खून की कमी से मौत का जिक्र किया है.
समाज प्रमुख ने सरगुजा संभागायुक्त से जांच के साथ लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है. सर्व विशेष पिछड़ी जनजाति समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष उदय पण्डो ने सरगुजा संभागायुक्त को 23 सितम्बर को लिखे पत्र में पंडो विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के विकास के लिए संचालित योजनाओं के केवल कागजों में सिमटे रहने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि वर्तमान में पण्डो विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के विकास के लिए जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री 11 सूत्रीय कार्यक्रम योजना के अंतर्गत जन-जागरुकता कार्यक्रम शिविर, स्वास्थ्य शिविर, पण्डो जनजाति निवासरत गांवों बहसाहटो में पण्डो जनजाति परिवारों के समस्याओं का सर्वे किया गया है.
इन सभी योजनाएं संचालित होने के बाद भी पण्डो विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों का मौत शरीर में खून कम, बुखार, टीबी बिमारी, गर्भवती प्रशव के दौरान जच्चा-बच्चा दोनों का मौतें देखें जा रहें हैं, मुख्यमंत्री 11 सूत्रीय कार्यक्रम योजना केवल कागजों में सिमटकर देखा जा रहा है, पण्डो जनजाति के विकास में धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा है जिससे पण्डो जनजाति परिवारों का अकाल मृत्यु हो रहा है.
खून की कमी से पंडो जनजाति के उनमें तालकेश्वरपुर निवासी किसमतिया पण्डो (32 वर्ष) पति रामदेव पण्डो, धौनी निवासी कलापति पण्डो पति राजेंद्र पण्डो (38 वर्ष), पीपरपान निवासी फूलकुंवर पण्डो पति नंदकेश्वर पण्डो (55 वर्ष),टाटीआगर निवासी रामबसावन पण्डो पिता बासदेव पण्डो (50 वर्ष) और ओरंगा निवासी सुरेंद्र पण्डो पिता रामदेव पण्डो (23 वर्ष) के मौत की जानकारी समाज प्रमुख ने दी है.