
भिलाई : आईआईटी भिलाई को वायु प्रदूषण मुक्त भवन निर्माण करने की वजह से 5 स्टार रेटेड मास्टर प्लान लार्ज डेवलपमेंट पुरस्कार दिया गया. आईआईटी के निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश ने यह पुरस्कार दिल्ली में हुए कार्यक्रम में ग्रहण किया. संस्थान को यह पुरस्कार ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग सिस्टम इंडिया (GRIHA) ने दिया है. यह सम्मान ए एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट और मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एड रिन्युएबल एनर्जी ने दी है. यह अवार्ड व सम्मान देने के लिए दिल्ली में 14 वें वार्षिक GRIHA शिखर सम्मेलन हुआ.
GRIHA देश भर में होने वाले भवन आदि के निर्माण कार्य के लिए रेटिंग देती है. भवन जितना प्रकृति के अनुकूल होगा, उसके निर्माण से पर्यावरण को कम से कम नुकसान होगा, उसके आधार पर रेटिंग दी जाती है. GRIHA की स्थापना मिनिस्ट्री आफ रिन्युएबल एनर्जी की ओर से की गई है. इसका संचालन एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट करता है. इससे पहले भी आईआईटी भिलाई को GRIHA से सम्मान मिल चुका है.
GRIHA की ओर से दिए जाने वाले इनाम के लिए देशभर की संस्थाएं आवेदन करती हैं. संस्था की ओर से हर वर्ष अलग-अलग श्रेणी में इनाम दिए जाते हैं. इसमें देशभर के संस्थान आवेदन करते हैं. तय मापदंड के आधार पर श्रेणी के अनुसार संस्थानों को पुरस्कृत किया जाता है. इसमें पूरे देश भर में सबसे आगे महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडू, हरियाणा जैसे प्रदेश हैं. अब धीरे-धीरे अन्य राज्यों की संस्थाएं भी आगे आ रही हैं. इस दिशा में आईआईटी भिलाई लगातार आगे बढ़ रहा है. संस्थान में प्राकृतिक चीजों का उपयोग किया जा रहा है. इससे काफी सुविधा है.
इन कारणों से मिला आईआईटी को अवार्ड
भवन का निर्माण में वायु प्रदूषण कम से कम हो रहा है, संस्थान में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम विकसित किया गया, भवन में सोलर एनर्जी के माध्यम से बिजली का उपयोग किया जाएगा जिससे पर्यावरण पर कम प्रभाव पड़ेगा, निर्माण के दौरान आसपास के पर्यावरण या तो कोई नुकसान ना हो या कम से कम प्रभाव हो, बिजली का उपयोग कम हो और बिजली बचा सकें, ग्रीन एनर्जी को इन कार्यक्रमों से मिलेगा और अधिक बढ़ावा.