
भिलाई : कोरोना काल के बाद 9 दिसंबर यानि कल से हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की सेमेस्टर परीक्षा ऑफलाइन मोड में शुरू हो गई है. परीक्षा के दौरान बड़ी लापरवाही पकड़ी गई है. विश्वविद्यालय का उड़नदस्ता दल जब चेकिंग के लिए खुर्सीपार महाविद्यालय पहुंचा तो उन्हें यहां सिर्फ एक कक्ष निरीक्षक ही ड्यूटी पर मिला. इसके अलावा महाविद्यालय में के प्राचार्य सहित पूरा स्टॉफ उपस्थित नहीं था.
शुक्रवार सुबह उड़नदस्ता दल खुर्सीपार महाविद्यालय का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे. यहां सेमेस्टर परीक्षाएं चल रही थीं. डॉ. तिवारी ने पूरा महाविद्यालय घूमकर देखा, लेकिन वहां उन्हें एक भी स्टाफ नहीं मिला. सिर्फ एक निरीक्षक ही ड्यूटी पर था. जब वो प्राचार्य कक्ष पहुंचे तो वहां ताला लटका हुआ था. प्राचार्य सहित महाविद्यालय का पूरा स्टाफ सुबह 11 बजे तक महाविद्यालय नहीं पहुंचा था. महाविद्यालय में कुल 12 लोगों का नियमित स्टाफ है. सभी के सभी ड्यूटी के प्रति लापरवाह हैं. लोगों ने बताया कि वह लोग कभी भी समय से ड्यूटी पर नहीं आते हैं. अध्यापकों के न होने से वहां के स्टूडेंट्स क्लास के बाहर बैठकर हल्ला गुल्ला कर रहे थे. इससे परीक्षा में भी डिस्टर्ब हो रहा है. निरीक्षण के दौरान सुबह 11 बजे महाविद्यालय में केवल एक शिक्षक मिला जो सहायक केंद्राध्यक्ष की भूमिका निभा रहा था.
डॉ. तिवारी ने क्लास के बाहर बैठे स्टूडेंट्स से पूछा तो उन्होंने बताया कि समय पर टीचर्स के न आने से सुबह 11 बजे कभी भी कक्षाएं नहीं लगतीं. दोपहर 12 बजे प्राचार्य डॉ. ओपी अग्रवाल कॉलेज पहुंचे. वो टीम को देखकर हड़बड़ाकर लेट आने के अलग-अलग कारण बताने लगे.
निरीक्षण के दौरान पाया कि वहां गर्ल्स टॉयलेट नहीं है. एक ही बाथरूम है, जिसका उपयोग महाविद्यालय की महिला स्टाफ करती हैं. इससे छात्राओं को काफी परेशानी होती है. वहां पीने के पानी की व्यवस्था नहीं थी. डॉ. तिवारी ने देर से आने और महाविद्यालय में अव्यवस्था को लेकर प्राचार्य को जमकर फटकार लगाई.