चेंदरू के जीवन वृत्त पहली बार हिन्दी में प्रकाशित हुई किताब
हेमंत कश्यप/जगदलपुर- स्थानीय विधायक तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव की पहल पर बस्तर के पहले हालीवुड बाल कलाकार तथा बस्तर टाइगर के नाम से चर्चित अबूझमाड़ के चेंदरू पर हिंदी में किताब प्रकाशित की गई है. 100 से अधिक आकर्षक तस्वीरों वाली किताब में बस्तर के मोगली चेंदरू के जीवन इतिहास का बखूबी चित्रण किया गया है. यह किताब चेंदरू की कहानी तथा बस्तर के वैभव पूर्ण अतीत को नई पीढ़ी तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होगी.
बस्तर के वरिष्ठ पत्रकार एस. करीमुद्दीन ने इस दिशा में अपनी प्रकाशन संस्था के माध्यम से सार्थक पहल की है. बस्तर के लोक साहित्यकार रुद्रनारायण पाणिग्राही ने स्वीडिश किताब चेंदरू दी ब्वाय एंड दी टाईगर का हिंदी अनुवाद किया है. चेंदरू के पुत्र जयराम मंडावी द्वारा उपलब्ध कराए गए तस्वीरों को लेकर यह किताब प्रकाशित की गई है. जिसमें चेंदरू और उसके पालतू बाघ टेंबू को खेलते हुए से लेकर चेंदरू के पूरे जीवन वृत्त को बखूबी दर्शाया गया है.
कौन था चेंदरू
ज्ञात हो कि वर्ष 1957 में स्वीडिश फिल्मकार ने चेंदरू और उसके पालतू बाघ तेंबू को लेकर फिल्म बनाई थी. जिसका नाम द जंगल सागा यह फिल्म नौ भाषाओं में रिलीज़ की गई थी. लंबे समय से बस्तर टाइगर चेंदरू के जीवन वृत्त को पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग उठती रही है किंतु शासन स्तर पर इस दिशा में अब तक कोई पहल नहीं हुई, हालांकि नया रायपुर और नारायणपुर में चेंदरू की प्रतिमा स्थापित की गई है. पहली बार चेंदरू के जीवन वृत्त पर हिंदी में सचित्र किताब प्रकाशित की गई है. इसकी जमकर तारीफ हो रही है. बस्तर प्रेमियों तथा प्रबुद्ध नागरिकों की मांग है कि यह किताब बस्तर के प्रत्येक स्कूल और छात्रावासों तक बच्चों के पढ़ने के लिए पहुंचाई जानी चाहिए ताकि बस्तर के पहले हॉलीवुड कलाकार और बाघ के साथ खेलने वाले चेंदरू के साहसपूर्ण इतिहास को नई पीढ़ी जान सके.